- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- पुलिस के संपर्क में था...
पुलिस के संपर्क में था लाख रुपये का इनामी आशू दिवाकर
कानपूर: किसान बाबू सिंह यादव की खुदकुशी के मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ. मुख्य आरोपित आशू दिवाकर के वकील ने कोर्ट में कुछ कॉल डीटेल रिपोर्ट काउंटर शपथपत्र के साथ दाखिल की. इसमें दलील दी कि आशू दिवाकर पुलिस के सम्पर्क में था. इतना ही नहीं उसने पुलिस अधिकारी से मुलाकात करके उन्हें अपने पक्ष के सारे दस्तावेज सौंपे थे.
थाने में जाकर इंस्पेक्टर से मुलाकात की बचाव पक्ष ने यह भी दलील दी कि आशू दिवाकर ने थाने में जाकर इंस्पेक्टर से मुलाकात कर अपने पक्ष के सभी दस्तावेज भी सौंपे थे. साथ ही यह भी कहा कि आशू दिवाकर का घर पुलिस अधिकारी के कार्यालय से थोड़ी ही दूरी पर है.
एनबीडब्ल्यू लेने की कौन सी आवश्यकता थी ऐसे में इतनी जल्दी एनबीडब्ल्यू लेने की कौन सी आवश्यकता थी. बता दें, 13 अक्तूबर को ही आशू दिवाकर पर लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी. इसके अलावा 21 अक्तूबर को धारा 82 की कार्रवाई करते हुए उसे फरार घोषित कर दिया गया था.
काउंटर शपथपत्र एसीपी से नौ सितंबर को हुई थी बात
आशू दिवाकर के काउंटर शपथपत्र में एसीपी अमरनाथ और इंस्पेक्टर चकेरी अशोक कुमार दुबे से बातचीत होना और थाने जाकर अपने दस्तावेज देने की बात कही गई है. इस मामले में जब एसीपी अमरनाथ यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बीती नौ सितम्बर को बाबू सिंह यादव ने आत्महत्या की थी और 10 सितम्बर को उनकी पत्नी बिटान देवी की तहरीर पर चकेरी थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. 9 सितम्बर को आशू दिवाकर से फोन पर बात हुई थी तो उससे दस्तावेज देने के लिए कहा गया था. 13 सितम्बर तक वह फरार हो चुका था. इस दौरान वह अपनी पत्नी के साथ 3-4 घंटे रुका और उसी को मोबाइल देकर भाग निकला था.