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'टू प्लस टू' वार्ता से पहले भारत आएंगे अमेरिकी डिप्टी NSA दलीप सिंह

Renuka Sahu
30 March 2022 5:50 AM GMT
टू प्लस टू वार्ता से पहले भारत आएंगे अमेरिकी डिप्टी NSA दलीप सिंह
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फाइल फोटो 

अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह इस सप्ताह भारत दौरे पर आने वाले हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिका (America) के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ( डिप्टी एनएसए) दलीप सिंह इस सप्ताह भारत दौरे पर आने वाले हैं. उनकी यात्रा ऐसे वक्त होने वाली है, जब रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Foreign Minister Sergei Lavrov) भी नयी दिल्ली के दौरे पर होंगे.यूक्रेन (Ukraine) पर हमले को लेकर रूस के खिलाफ अमेरिका के प्रतिबंधात्मक कदमों में दलीप सिंह की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जाता है. सिंह की यात्रा के दौरान अगले महीने वाशिंगटन में होने वाली आगामी 'टू प्लस टू' विदेश और रक्षा मंत्री स्तरीय वार्ता की तैयारियों पर भी बातचीत होने की संभावना है. यह वार्ता 11 अप्रैल के आसपास होने की संभावना है.

सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि अमेरिकी अधिकारी की प्रस्तावित यात्रा के विवरण पर काम किया जा रहा है और संकेत दिया कि यह उसी समय के आसपास होगा जब लावरोव भारत आने की योजना बना रहे हैं. अमेरिका के उप एनएसए की भारत यात्रा पर अभी तक आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है. लावरोव के चीन की दो दिवसीय यात्रा के बाद बृहस्पतिवार शाम या शुक्रवार सुबह भारत आने की संभावना है.गोल्डमैन सैक्स में अपने शुरुआती करियर का कुछ हिस्सा बिताने वाले सिंह ने ओबामा ट्रेजरी डिपार्टमेंट में काम कर चुके हैं. मार्केट टेक्नीशियन के रूप में नाम बनाने के बाद वह ट्रम्प प्रशासन में बाजार उपाध्यक्ष रहे हैं.
'वास्तुकार दलीप सिंह'
रूसी बैंकरों की दक्षता ने पश्चिमी देशों के लिए हमेशा से एक विशेष चुनौती पेश की है. ओबामा के एक पूर्व अधिकारी ने अखबार को बताया है कि प्रतिबंधों की एक जटिल संरचना है. नियमों, आर्थिक लीवर और पश्चिमी कंपनियों और निवेशकों की प्रतिक्रियाओं के आधार पर. लेकिन बाइडेन प्रशासन के पास एक वास्तुकार है और रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों के वास्तुकार दलीप सिंह हैं.
दलीप ने बातचीत में बताया है कि खुफिया एजेंसियों ने हमें यूक्रेन पर संभावित रूसी आक्रमण को लेकर चेतावनियां दे रही थी. ऐसे में मैंने यह पता लगाना शुरू किया कि हमारे पास ताकत कहां है और हम इस ताकत का इस्तेमाल रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाने में कहां-कहां इस्तेमाल कर सकते हैं.
रूस को दी थी चेतावनी
दलीप ने यूक्रेन पर संभावित आक्रमण को देखते हुए पहले से ही प्रतिबंध ड्राफ्ट कर रहे थे. 24 मार्च को पुतिन द्वारा यूक्रेन पर पुतिन के हमले की घोषणा के बाद अमेरिका ने जल्द ही उन प्रतिबंधों के पैकेज की घोषणा की जो उन्होंने लंबे समय से दलीप की देखरेख में तैयार किए थे.दलीप ने कहा था कि अगर पुतिन अपनी ऊर्जा आपूर्ति को हथियार बनाने की कोशिश करेंगे तो यह उनकी बड़ी गलती साबित होगी. बता दें कि रूस अपनी ऊर्जा आपूर्ति के ग्राहकों के लिए पश्चिम पर बेहद निर्भर हैं उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था कि रूस की ओर से ऐसा कदम उठाने पर पश्चिमी और यूरोपीय देश उससे दूर हो जाएंगे.
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