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सुरंग हादसा बिग ब्रेकिंग: आज आएगी गुड न्यूज, 41 मजदूरों के परिजनों को बैग तैयार रखने कहा

Jantaserishta Admin 4
28 Nov 2023 6:01 AM GMT
सुरंग हादसा बिग ब्रेकिंग: आज आएगी गुड न्यूज, 41 मजदूरों के परिजनों को बैग तैयार रखने कहा
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Uttarkashi tunnel rescue: रेट होल माइनर्स ने 4-5 मीटर की खुदाई कर ली है. माना जा रहा है कि अब सिर्फ 7-8 मीटर की खुदाई बाकी है. खुदाई पूरी होने के बाद इसमें 800 मिमी व्यास का पाइप डाला जाएगा. इससे ही मजदूर बाहर आएंगे.

वहीं मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के परिजनों को तैयार रहने और मजदूरों के कपड़े और बैग तैयार रखने को कहा गया है. मजदूरों को रेस्क्यू कर बाहर निकालकर चिन्यालीसौड़ अस्पताल ले जाया जाएगा.

उधर, मैन्युअल हॉरिजेंटल ड्रिलिंग के लिए दो प्राइवेट कंपनियों की दो टीमों को लगाया है. एक टीम में 5 एक्सपर्ट हैं, जबकि दूसरी में 7. इन 12 सदस्यों को कई टीमों में बांटा गया है. ये टीमें बचे हुए मलबे को बाहर निकालेंगी. इसके बाद 800 एमएम व्यास का पाइप डाला जाएगा. एनडीआरएफ की टीमें इसी के सहारे मजदूरों को बाहर निकालेंगी.

#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | International Tunneling Expert, Arnold Dix says, “We have been positive before and I am positive today. Today is the first day I said, “I feel good.”…The drilling along the top of the mountain is coming along perfectly. In the… pic.twitter.com/X6AArlHi6e

— ANI (@ANI) November 28, 2023

क्या है रैट होल माइनिंग?

#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | CM Pushkar Singh Dhami says, “All engineers, experts and others are working with all their strength. As of now, pipe has gone 52 metres in. The manner in which the work is ongoing, we hope that there will be a breakthrough very… pic.twitter.com/MNacENvwti

— ANI (@ANI) November 28, 2023

– सिल्क्यारा सुरंग में बाकी हॉरिजेंटल खुदाई मैन्युअल विधि से की जा रही है. इसमें सुरंग बनाने में विशेष कौशल रखने वाले व्यक्तियों को चुना गया है. इन्हें रैट-होल माइनर कहा जाता है. रैट-होल माइनिंग अत्यंत संकीर्ण सुरंगों में की जाती है. कोयला निकालने के लिए माइनर्स हॉरिजेंटल सुरंगों में सैकड़ों फीट नीचे उतरते हैं. चुनौतीपूर्ण इलाकों खासकर मेघालय में कोयला निकालने के लिए इसका विशेष तौर पर इस्तेमाल किया जाता है.

– 2014 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने मजदूरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस पर प्रतिबंध लगा दिया था. एनजीटी द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के बावजूद, अवैध रूप से रैट-होल खनन जारी है.

– उत्तराखंड सरकार के नोडल अधिकारी नीरज खैरवाल ने स्पष्ट किया कि रेस्क्यू साइट पर लाए गए लोग रैट माइनर्स नहीं बल्कि इस तकनीक में विशेषज्ञ लोग हैं.

उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सिलक्यारा सुरंग केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी चारधाम ‘ऑल वेदर सड़क’ (हर मौसम में आवाजाही के लिए खुली रहने वाली सड़क) परियोजना का हिस्सा है. ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही यह सुरंग 4.5 किलोमीटर लंबी है. 12 नवंबर को सुरंग का एक हिस्सा ढह गया. इससे मजदूर सुरंग के अंदर ही फंस गए. इन्हें निकलने के लिए 16 दिन से रेस्क्यू अभियान जारी है. लेकिन अभी तक कोई खास सफलता नहीं मिली.

#WATCH | Uttarakashi (Uttarakhand) tunnel rescue | CM Pushkar Singh Dhami says, “Almost 52 metres has been done (pipe inserted). It is expected that there will be a breakthrough around 57 metres. 1 metre of the piple was pushed in before me, if 2 metres more of it is pushed in it… pic.twitter.com/cwVSYLtp8x

— ANI (@ANI) November 28, 2023

Jantaserishta Admin 4

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