‘…कोई विकल्प नहीं है’ , दिव्यांग छात्रा ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, क्या कहा?
उधमपुर: जम्मू-कश्मीर के कठुआ की एक स्कूली छात्रा सीरत नाज के नक्शेकदम पर चलते हुए उधमपुर जिले की एक दिव्यांग बेटी ने देश के सबसे शक्तिशाली नेता से खास अनुरोध किया है। बता दें कि कठुआ की सीरत नाज ने एक वायरल वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने स्कूल को गंभीर संकट से निकालने और अपने व अपने साथियों के लिए बेहतर सीखने का माहौल और बुनियादी ढांचा सुनिश्चित करने का आग्रह किया था। 8 साल की सीरत नाज ने एक वीडियो बनाई जिसमें उन्होंने स्कूल की खस्ता हालत को बयां किया था। बाद में प्रशासन एक्शन में आया और स्कूल को बेहतर किया गया। अब काजल नाम की लड़की ने भी पीएम मोदी से इसी तरह का अनुरोध किया है।
लड़की ने अपना नाम काजल बताया है। उसने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में उसके स्कूल तक जाने वाली बेहतर सड़कें बनाने का आग्रह किया है। अपने पत्र में, लड़की ने कहा कि वह मेल्डी के सरकारी मिडिल स्कूल में छठी कक्षा में पढ़ती है। यह स्कूल उधमपुर जिले के फंग्याल पंचायत के प्रशासनिक अधिकार क्षेत्र में आता है।
पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में काजल ने अपनी और स्कूल में अपने दोस्तों की रोजमर्रा की तकलीफों को किया है। उन्होंने लिखा कि स्कूल तक पहुंचने वाली एकमात्र सड़क की हालत ऐसी है कि वह इस पर आते-जाते समय कई बार गिर गई। काजल ने लिखा, “मैं स्कूल जाते समय इस सड़क पर कई बार गिरी हूं। सड़क की हालत ऐसी है कि मेरे और मेरे दोस्तों के लिए इस पर चलना किसी जोखिम से कम नहीं है। मैं आपसे (पीएम मोदी) आग्रह करती हूं कि हमारे लिए स्कूल तक जाने वाली बेहतर सड़कें बनवाएं।”
देश के सबसे शक्तिशाली नेता को लिखे काजल के भावपूर्ण पत्र ने इस सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की दुर्दशा की ओर ध्यान आकर्षित किया है। स्कूल में कुल 101 छात्र हैं, जिनमें कई दिव्यांग भी हैं। स्कूल तक पहुंचने का एकमात्र रास्ता वर्तमान में ऐसा है जिस पर कोई व्हीकल नहीं जा सकती। ऐसी स्थिति में होने के कारण, छात्रों के पास गिरने और दुर्घटनाओं का जोखिम उठाकर स्कूल जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
उधमपुर में सहायक जिला विकास आयुक्त रणजीत सिंह कोटवाल ने काजल की बताई समस्या और स्कूल के लिए बेहतर सड़कों की उसकी अपील पर ध्यान दिया। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, कोटवाल ने कहा, “मैं (पीएम मोदी को) लिखे अपने पत्र के माध्यम से इस मामले को हमारे संज्ञान में लाने के लिए काजल को धन्यवाद देता हूं। मैं डिप्टी कमिश्नर के साथ तत्काल चर्चा करूंगा और अपने विभाग या किसी अन्य के माध्यम से सभी सुविधाओं की व्यवस्था करूंगा। मैं इस मामले को संबंधित अधिकारियों के साथ आगे बढ़ाऊंगा और सुनिश्चित करूंगा कि उनकी चिंताओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाए।”