सतलुज में मिली संदिग्ध नाव : फिरोजपुर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने सतलुज नदी से एक पाकिस्तानी नाव बरामद की, जांच एजेंसियां अलर्ट
फिरोजपुर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने सतलुज नदी से एक पाकिस्तानी नाव बरामद की है। बरामदगी के वक्त यह नाव खाली थी। सुरक्षा एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है। यह पता लगाया जा रहा है कि यह नाव यहां कब आई, इसमें कौन लोग सवार थे और इसे यहां लाए जाने का मकसद क्या था।
इस पाकिस्तानी नाव की बरामदगी इसलिए अहम है, क्योंकि दो दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला यहां फंसा था। उनकी सुरक्षा में चूक का मुद्दा राष्ट्रीय बहस का विषय बन चुका है।
सतलुज नदी हुसैनीवाला से पाकिस्तान में प्रवेश करती है, फिर इन जगहों पर जाती है
गत्ती तेलू वाला मल, फिरोजपुर
डोना तेलू मलवाला, फिरोजपुर
गत्ती महमूदके हिथार, फिरोजपुर
राजा राय, फिरोजपुर
डोना मित्तर
डोना बहादुरके, गुरु हरसहाय एरिया, फिरोजपुर
वाले शाह हिथार, बग्गू हट्टी, फाजिल्का
BSF ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन
सतलुज नदी में पाकिस्तानी बोट मिलने के बाद BSF ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। बीएसएफ की टीम आसपास के इलाकों को खंगालने में जुट गई है। यह पता लगाया जा रहा है कि कहीं कुछ लोग नाव में सवार होकर भारतीय सीमा में तो नहीं आए। हालांकि अभी तक कुछ हाथ नहीं लगा है।
नशा-हथियार भेजने की कोशिश तो नहीं
सूत्रों की मानें तो इसे पाकिस्तान के जरिए नशा और हथियार भेजने की कोशिश से भी जोड़कर देखा जा रहा है। चूंकि पाकिस्तान से आने वाले ड्रोन अब सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर हैं। खासकर, पंजाब में बीएसएफ का दायरा भी 50 किमी तक बढ़ा दिया गया है। ऐसे में ड्रोन के अलावा कहीं नाव से तो कुछ आपत्तिजनक नहीं भेजा गया, इस एंगल से भी जांच की जा रही है। बीएसएफ टीम आसपास के इलाकों में देख रही है कि किसी के पैरों के निशान तो नहीं है। इससे पहले 2018 में भी इसी तरह की नाव मिल चुकी है
केंद्र की हाई लेवल जांच कमेटी आज इसी जिले में
पाकिस्तानी नाव ऐसे मौके पर बरामद हुई है, जब केंद्र सरकार की हाई लेवल कमेटी PM की सुरक्षा में चूक की जांच के लिए फिरोजपुर पहुंची हुई है। इसमें गृह मंत्रालय के सुरक्षा सचिव सुधीर कुमार, IB के जॉइंट डायरेक्टर बलबीर सिंह और SPG के IG एस. सुरेश शामिल हैं।
संवेदनशील जिला है फिरोजपुर
फिरोजपुर पाकिस्तान की सीमा से सटा होने की वजह से बेहद संवेदनशील जिला है। जहां PM का काफिला रुका था, वह जगह भी पाकिस्तान सीमा से महज 50 किमी दूरी पर है। इस क्षेत्र में कई बार टिफिन बम और विस्फोटक मिल चुके हैं। नवंबर में दिवाली से पहले भी भारत-पाक सीमा के गांव से पुलिस ने टिफिन बम बरामद किया था। यहां से हैंड ग्रेनेड भी बरामद किए जा चुके हैं।