गजब है भाई! सरकारी विज्ञापन छापने के बाद बवाल, हो गई ये गलती
पटना: बिहार के सरकारी विज्ञापन में स्पेलिंग मिस्टेक होने के बाद सियासी बवाल खड़ा हो गया है. बिहार सरकार की इस गलती पर बीजेपी ने राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है. बता दें कि इस विज्ञापन को लोकल और नेशनल अखबारों में प्रकाशित किया गया था. बताया जा रहा है कि विज्ञापन के मुख्य शीर्षक में ही स्पेलिंग मिस्टेक निकली, जिसके बाद सोशल मीडिया पर यह विज्ञापन तेजी से वायरल हो गया.
विज्ञापन वायरल होने के कारण पर्टयन विभाग की जमकर किरकिरी हुई. दरअसल, बिहार सरकार के पर्यटन विभाग ने एक ऑनलाइन कंटेंट राइटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया है, जो 25 नवंबर से शुरू हो चुकी है और 14 दिसंबर तक चलाई जानी है. इस प्रतियोगिता के लिए आवेदन मा्ंगते हुए एक विज्ञापन जारी किया गया. इस विज्ञापन का शीर्षक कंटेंट राइटिंग कॉन्टेस्ट (Content writing contest) दिया गया. बोल्ड और बड़े अक्षरों में प्रकाशित विज्ञापन के मुख्य शीर्षक में ही गलती देखी गई. यहां WRITING की स्पेलिंग गलत (WRITTING) लिखी गई. यह गलत विज्ञापन अग्रेंजी और हिंदी के कई अखबारों में प्रकाशित भी हो गया.
स्पेलिंग मिस्टेक के साथ विज्ञापन प्रकाशित होने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए इसे ‘अनपढ़ शासन’ का ज्वलंत उदाहरण बताया. बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने आजतक से कहा कि स्पेलिंग मिस्टेक से यह सार्वजनिक हो गया है कि बिहार की महागठबंधन सरकार में ‘अनपढ़ और गैर-जिम्मेदार’ लोग सत्ता संभाल रहे हैं. इसमें ऐसे विभाग भी शामिल हैं, जिसकी कमान तेजस्वी यादव के पास है.
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने पूरे विवाद को भाजपा का ‘तेजस्वी-फोबिया’ करार दिया है. राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने रविवार को कहा कि भाजपा तेजस्वी यादव की सावधानीपूर्वक योजना और अच्छी पहल से घबरा गई है. इसलिए बीजेपी को इस तरह की राजनीति का सहारा लेना पड़ रहा है. बीजेपी के हमले के बाद जेडीयू भी इस विवाद में कूद पड़ी और बीजेपी पर पलटवार किया. जेडीयू ने बीजेपी को उसकी नकारात्मक शैली के लिए निशाने पर लिया.
बीजेपी को उनकी राजनीति की कथित नकारात्मक शैली के लिए जिम्मेदार ठहराया. जदयू प्रवक्ता डॉ. सुनील कुमार सिंह ने कहा कि भाजपा अपनी राजनीति की शैली में सुधार नहीं कर सकती है. बिहार सरकार एक रचनात्मक काम कर रही है, जिसके एक विज्ञापन में अनजाने में गलती हो गई. डॉ. सिंह ने कहा कि वे (बीजेपी) केवल बिहार की राजनीति में अपनी प्रासंगिकता को फिर से जिंदा करने के लिए ऐसी चीजों का सहारा ले रहे हैं.
इस बीच राज्य पर्यटन विभाग ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है और अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर आवश्यक क्षति नियंत्ण उपाय किए हैं. राज्य पर्यटन विभाग के पीआरओ रविशंकर उपाध्याय ने आजतक से कहा कि विभाग ने गलती की पहचान की थी, जिसके बाद विभाग की आईटी टीम ने तत्काल सुधारात्मक उपाय किए गए. उपाध्याय ने कहा कि मामले की जांच करने और जवाबदेही तय करने के लिए एक आंतरिक जांच समिति का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि दोषी पाए जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.