यूपी। महाराजगंज के ठूठीबारी कस्बे में डॉक्टर की मौत के मामले में पुलिस ने डॉक्टर के ससुर और साले के खिलाफ हत्या समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया है। यह कार्रवाई डॉक्टर के बेटे की तहरीर पर हुई है। डॉक्टर के पुत्र ने अपने नाना और मामा पर अपने पिता की हत्या का आरोप लगाया था। ठूठीबारी पुलिस का कहना है कि प्रकरण में केस दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है। विवेचना के आधार पर चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
ठूठीबारी कस्बे में बीते 23 नवंबर की शाम छह बजे सरकारी डॉक्टर अनिल तिवारी का शव उनके मकान में संदिग्ध परिस्थिति में फांसी के फंदे के सहारे लटकता मिला था। डॉ. अनिल तिवारी की तैनाती सिसवा बाजार में है। वह छुट्टी लेकर घर आए थे। ठूठीबारी पुलिस मौके पर पहुंच जांच-पड़ताल की थी।
एडिशनल एसपी आतिश कुमार सिंह ने घटना स्थल का निरीक्षण कर कार्रवाई के लिए ठूठीबारी पुलिस को आवश्यक दिशा निर्देश दिया था। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजी थी। इस मामले में डॉक्टर अनिल तिवारी के पुत्र कुशाग्र तिवारी ने ठूठीबारी पुलिस को तहरीर देकर बताया कि कुछ दिन उसके नाना गिरिशनाथ मिश्र और मामा मृत्युंजय मिश्र ने गड़ौरा बाजार में धमकी दी थी।
डॉक्टर अनिल तिवारी की पत्नी नीता की मौत 25 अप्रैल 2020 में हुई थी। उस समय मृतका के भाई मृत्युंजय मिश्र ने अपने जीजा डॉ. अनिल तिवारी पर हत्या का आरोप लगाया था। पुलिस हत्या का केस दर्ज की थी। विवेचना के बाद हत्या की धारा हटाकर उसकी जगह धारा 306 आईपीसी के तहत कार्रवाई हुई थी। उस मामले में डॉक्टर अनिल तिवारी जेल भी गए थे। छह माह बाद जमानत पर बाहर आए थे। कोतवाली क्षेत्र गड़ौरा बाज़ार के सभ्रांत व्यक्ति गिरिशनाथ मिश्रा की बेटी नीता तिवारी की शादी 2003 में दंत चिकित्सक अनिल तिवारी के साथ हुई थी। दो बच्चे हैं। बेटा कुशाग्र गोरखपुर में रह कर नीट परीक्षा की तैयारी करता है।
बीते नौ नवंबर को कुशाग्र ने ही अपने नाना गिरीशनाथ मिश्र व मामा मृत्युंजय मिश्र के खिलाफ मारपीट व धमकी का केस दर्ज कराया था। एडीजी व एसपी को भी पत्र भेजा था, जिसमें कुशाग्र ने बताया है कि वह अपने पापा डॉ. अनिल तिवारी के साथ महराजगंज से ठूठीबारी स्थित अपने घर आ रहा था। रास्ते में गड़ौरा में नाना व मामा ने उसे रोक मुकदमा वापस नहीं लेने पर जान से मारने की धमकी दी थी।