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अगस्त माह में स्वच्छता सर्वेक्षण टीम प्राधिकरण के कामों का निरीक्षण करेगी

Admin Delhi 1
31 July 2023 11:54 AM GMT
अगस्त माह में स्वच्छता सर्वेक्षण टीम प्राधिकरण के कामों का निरीक्षण करेगी
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ग्रेटर नॉएडा न्यूज़: नोएडा प्राधिकरण की कार्यप्रणाली ‘सौ दिन चले अढ़ाई कोस’ की कहावत को चरितार्थ कर रही है। अगस्त माह में स्वच्छता सर्वेक्षण टीम निरीक्षण करने आ रही है लेकिन अभी तक निंरतर कूड़ा फेंकने वाले स्थलों पर न तो सीसीटीवी कैमरे लगाये गए और न ही एसटीपी प्लांट पर 4 कार वॉशिंग स्टेशन बनाये गये।

आपको बता दें कि नोएडा प्राधिकरण की पूर्व सीईओ रितु माहेश्वरी ने करीब एक वर्ष पूर्व उन स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिये थे जहां पर लोग रोकने के बाद भी लगातार कूड़ा फेंक रहे हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित करने तथा उन पर जुर्माना लगाने के लिए विद्युत एवं यांत्रिकी विभाग को सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए थे।

मजे की बात तो यह है कि सीईओ के निर्देश के बाद से हर बार दो-दो माह में डेडलाइन तय की जाती रही। अंतिम बार 20 जुलाई की डेडलाइन तय की गई थी। लेकिन अभी तक सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे। यह हाल तब है जब अगस्त माह में स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम का नोएडा में आना प्रस्तावित है। यह सीसीटीवी कैमरे विद्युत एवं यांत्रिकी विभाग को करने थे। अब प्राधिकरण के अधिकारी यह कहकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं कि कैमरे लगवाने के लिए पोल व अन्य आवश्यक सामान आ गया है। शीघ्र ही कैमरे लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि सर्वेक्षण में 37 स्थान चिन्हित किए गए थे जहां पर लोग सडक़ के किनारे कूड़ा लगातार फेंक रहे हैं।

धूल फांक रही कार वॉशिंग योजना

यही हाल कमोबेश एसटीपी प्लांट पर लगने वाले कार वॉशिंग स्टेशनों का है। वाटर प्लस सर्टिफिकेट पाने को लेकर नोएडा प्राधिकरण ने कार वाशिंग सेंटर शुरू करने की योजना बनाई थी। लेकिन कई महीनों बाद भी यह फाइलों में ही धूल फांक रही है। मार्च से तैयारी यह शुरू हुई थी कि 4 कार वाशिंग सेंटर अलग-अलग जगहों पर शुरू करवाए जाएंगे। इनमें एसटीपी से निकलने वाले ट्रीटेड पानी का उपयोग कर मॉडल पेश किया जाना था लेकिन अब तक एक भी कार वाशिंग सेंटर बनकर तैयार नहीं हो पाया है।

टेंडर के जरिए दिया जाएगा काम

अगस्त के पहले हफ्ते से स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में केंद्र की टीमों के आने की शुरुआत हो जाएगी। कार वाशिंग सेंटर एसटीपी परिसर के आस-पास ही बनेंगे। इनको बनवाने का जिम्मा प्राधिकरण टेंडर में आने वाली एजेंसियों को देगी।

सभी एसटीपी परिसर बड़े क्षेत्रफल में बने हैं ऐसे में यहां वाहन की धुलाई कराने के लिए जाने वाले लोगों को भीड़-भाड़ का सामना भी नहीं करना होगा। संचालन के लिए आने वाली एजेंसी को पर्याप्त पानी भी उपलब्ध होगा। पहले चरण में 4 जगहों पर ये सेंटर बनाए जाने थे। इसमें एक सेंटर सेक्टर-54 में बनना था। इसको लेकर हुए टेंडर पर भी विवाद हो चुका है। फिलहाल अभी यह योजना कागजों में ही घूम रही है।

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