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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में रेस्टोरेंट, कैफे की जिम्मेदारी एचएमएस होस्ट इंडिया को मिली

Admindelhi1
1 April 2024 5:37 AM GMT
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में रेस्टोरेंट, कैफे की जिम्मेदारी एचएमएस होस्ट इंडिया को मिली
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ज़ेवर एयरपोर्ट पर हर देश का मिलेगा स्वाद

नॉएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा में बन रहे एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट में शुमार नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर खुश कर देने वाली खबर सामने आ गई है। आपको बता दें कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) पर कौन सी कंपनी रेस्टोरेंट और कैफे बनाएगी इस बात का फैसला हो गया है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में रेस्टोरेंट, कैफे और खान-पान की दुकान बनाने की जिम्मेदारी एचएमएस होस्ट इंडिया (HMSHost India) को मिल गयी है। इस कंपनी के भारत में स्थित 6 एयरपोर्ट पर 51 स्टोर पहले से ही चल रहे हैं। अब जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खान-पान का काम देखने की जिम्मेदारी भी एचएमएस होस्ट इंडिया (HMSHost India) को दी गई है।

2006 में बेंगलुरु एयरपोर्ट से हुई थी शुरुआत: बता दें कि HMSHost India ने भारत में अपना पहला स्टोर दिसंबर 2006 में बेंगलुरु एयरपोर्ट (Bengaluru Airport) पर लगाई थी। एचएमएस होस्ट इंडिया ने अभी तक छह एयरपोर्ट पर अपने 51 स्टोर लगा दिए हैं। इसके डिमांड बहुत अधिक है। इसके साथ ही एचएमएस होस्ट इंडिया कंपनी के 75 देशों में लगभग 1200 स्थानों पर साढ़े पांच हजार से ज्यादा बिक्री केंद्र हैं। इससे पहले एयरपोर्ट ने एक वर्ल्ड क्लास लाउंज (World Class Lounge), मल्टी कुकीज भोजन (Multi Cookies Food) और बेवरेज सेंटर (Beverage Center) के साथ भी समझौता किया है।

मिलेगा हर देश का प्रसिद्ध व्यंजन: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा कि हम चाहते हैं कि नोएडा एयरपोर्ट पर आने वाले हर व्यक्ति को बेहतर भोजन मिल सके, इसके साथ ही हम यह भी चाहते हैं कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के माध्यम से सफर करने वाले को हर देश का प्रसिद्ध व्यंजन खाने को मिले सके। इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। लगभग 7 ब्रांड के साथ आउटलेट संचालित करने की कोशिश की जा रही है। जहां पर दुनियाभर के प्रसिद्ध भोजनों को चखने का मौका मिलेगा।

जानिए कहां पहुंचा एयरपोर्ट का काम: जेवर हवाईअड्डे के लिए अभी एक रनवे बनाया जा रहा है। कार्यदायी एजेंसी और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने सरकार को बताया कि रनवे बनकर तैयार हो गया है। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से लॉन्ग डिस्टेंस फ्लाइट के लिए जरूरी तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं। आने वाली 25 अप्रैल से लॉन्ग डिस्टेंस फ्लाइट का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मतलब, 25 अप्रैल से जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से लंबी दूरी वाली उड़ान शुरू हो सकती हैं। इसके लिए रनवे पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है। फिलहाल रडार की जरूरत नहीं है। एयरपोर्ट से हर रोज 50 उड़ान रडार बिना किसी परेशानी के उड़ाई जा सकती है। पहले चरण का काम सितंबर-2024 में पूरा होने वाला है। दिसंबर 2023 के अंत तक 3,900 मीटर लंबे रनवे का निर्माण पूरा कर लिया गया है।

अगले 2 महीने में पूरी होगी टर्मिनल बिल्डिंग: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने जानकारी दी है कि हवाईअड्डे के पहले फेज को पूरा करने के लिए 10 हजार करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है। जिसमें से 7,371 करोड़ रुपये अब तक खर्च किए जा चुके हैं। टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण पूरा हो चुका है। फिनिशिंग का काम हो रहा है। अगले दो महीनों में यह काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद यात्री टर्मिनल बिल्डिंग का उपयोग कर सकेंगे।

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