Greater Noida: विमानन कंपनियां नोएडा एयरपोर्ट के रूट के सर्वे में जुटी
एनसीआर नोएडा: नोएडा एयरपोर्ट के रनवे पर सफल ट्रायल के बाद अब विमानन कंपनियां रूट के सर्वे में जुट गईं हैं। सर्वे के बाद नागर विमानन निदेशालय से रूट के लिए आवेदन किया जाएगा। इसके साथ ही किराये की भी घोषणा करनी होगी। ऐसे में वैट से राहत के चलते नोएडा एयरपोर्ट पर टिकटें सस्ती मिलने की बात कही जा रही है। एयरपोर्ट से जुड़े अधिकारियों के अनुसार टिकटों के दाम 15-20 प्रतिशत तक कम रह सकते हैं। दरअसल दिल्ली के पास नोएडा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने का उद्देश्य पैसेंजर लोड को घटाना है। इसलिए टिकटों के कीमत कम करने की योजना बनाई जा रही है। यहां 17 अप्रैल 2025 से नियमित उड़ानें शुरू होने की तैयारी है।
यात्रियों की संख्या के साथ बढ़ेंगे रनवे: नोएडा एयरपोर्ट का पहला चरण अप्रैल 2025 में पूरा होगा। इसकी सालाना क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों की होगी। जबकि दिल्ली एयरपोर्ट की सालाना क्षमता 7.36 और मुंबई की 5.28 करोड़ यात्रियों की है। यात्रियों की सालाना संख्या बढ़ने के साथ रनवे की संख्या भी बढ़ती जाएगी। नोएडा एयरपोर्ट पर कुल छह रनवे बनाने की योजना है। पूरी तरह से बनने के बाद यह देश का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा। क्षेत्रफल और रनवे की संख्या में यह देश में सभी एयरपोर्ट को मात देगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का क्षेत्रफल 6200 हेक्टेयर है। पहले चरण में 1334 हेक्टेयर में एयरपोर्ट का निर्माण हुआ है। 3900 मीटर लंबे और 60 मीटर चौड़े रनवे के साथ इसकी शुरूआत होगी।
यूपी सरकार ने नोएडा एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले विमानों के ईंधन पर महज एक फीसदी वैट लगाने का निर्णय लिया है। दिल्ली एयरपोर्ट पर ईंधन पर 25 फीसदी वैट लगता है। इसका असर यात्री सुविधाओं पर पड़ेगा।