लड़कियों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, पति-पत्नी गिरफ्तार
संभल: संभल के बहजोई थाना क्षेत्र में पुलिस ने बुधवार को नाबालिग लड़कियों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दंपति समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दंपति के कब्जे से 14 साल की एक लड़की को भी मुक्त कराया। जिसे आरोपी 20 हजार रुपए में दोगुनी से अधिक उम्र के ग्रामीण को बेच रहे थे। आरोपी संभल और बदायूं के रहने वाले हैं। पुलिस को सूचना मिली की बदायूं के जरीफनगर थाना क्षेत्र के गांव बस्तोई निवासी कप्तान और उसकी पत्नी विनीता एक नाबालिग को दिल्ली रेलवे स्टेशन से यहां लाए हैं।
साथ ही उसकी शादी कैलादेवी चौराहे के पास रहने वाले एक अधेड़ से करा रहे हैं। इसके एवज में उन्होंने बीस हजार रुपये लिए हैं। हरकत में आई पुलिस ने मौके से नाबालिग को बरामद कर वहां से कप्तान व उसकी पत्नी के साथ ही दो अन्य लोगों रामौतार उर्फ औतारी (निवासी लतीफपुर धीर) और श्रीपाल (निवासी चंदनकटी, थाना कैलादेवी) को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि गिरोह लंबे समय से नाबालिग लड़कियों की तस्करी का रैकेट चला रहा था।
संभल पुलिस ने बुधवार को दिल्ली समेत दूसरे राज्यों से नाबालिगों को फंसाकर अधेड़ उम्र के लोगों को बेच देने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। बदायूं के दंपति दूसरे राज्यों की नाबालिगों को झांसे में लेकर फंसाते थे। संभल, बदायूं व आसपास के जिलों के साथ ही पश्चिमी यूपी के जिलों में में ऐसे लोगों को तलाश करते थे, जिनकी शादी नहीं हुई होती थी। यह गिरोह जिले में बीते कई वर्षों से सक्रिय था। बदायूं जिले में जरीफनगर क्षेत्र के गांव बस्तोई निवासी कप्तान व उसकी विनीता दिल्ली में रहकर नाबालिगों को फंसा लेते थे।