Delhi: आजादी के बाद पहली बार आज लोकसभा स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा
दिल्ली: 18वीं लोकसभा का स्पीकर कौन होगा, यह आज स्पष्ट हो जाएगा। लोकसभा स्पीकर पद के लिए जहां एनडीए की तरफ से Om Birla मैदान में हैं तो वहीं कांग्रेस की तरफ से K. Suresh को उतारा गया है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच इस पद को लेकर आम सहमति न बन पाने की वजह से आजादी के बाद पहली बार लोकसभा स्पीकर पद के लिए चुनाव होने जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि अगर सरकार लोकसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को देने के लिए राजी हो जाती है तो वो लोकसभा स्पीकर पद के लिए ओम बिरला का समर्थन करेंगे। वहीं सरकार का कहना है कि विपक्ष दबाव की राजनीति करना चाहता है।
विपक्ष की तरफ से लोकसभा स्पीकर चुनाव के लिए के. सुरेश को प्रत्याशी बनाया गया है लेकिन खबरें हैं कि ऐन मौके पर विपक्ष चुनाव से पीछे हट सकता है। जनता से रिश्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, विपक्ष ओम बिरला का समर्थन कर सकता है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सपा नेता रामगोपाल यादव ने सुझाव दिया कि मतदान नहीं होना चाहिए क्योंकि बीजेपी के पास पर्याप्त संख्या नहीं है। यह भी जानकारी सामने आई है कि टीएमसी भी सपा के इस विचार से सहमत है।
जयराम रमेश ने मंगलवार को कहा कि संसदीय लोकतंत्र इस भरोसे पर चलता है कि सत्तारूढ़ दल क्या कहता है, और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वह जो करता है उसमें कितना विश्वास झलकता है। उन्होंने X पर पोस्ट किया, “नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री को 17वीं लोकसभा (2019-2024) बिना उपाध्यक्ष के चलाने को मिली। ऐसा होना अभूतपूर्व था। 16वीं लोकसभा (2014-2019) में उन्होंने यह पद अपने एक गुप्त सहयोगी को दे दिया था।”