श्री राम शॉ
नई दिल्ली| उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार का बिज़नेस ब्लॉस्टर्स प्रोग्राम दिल्ली के साथ-साथ पूरे देश में लोकप्रिय हो रहा है। इसकी मदद से दिल्ली के सरकारी स्कूलों में भविष्य की कंपनियों के सीईओ तैयार हो रहे है| इन बडिंग एंत्रप्रेन्योरर्स को एक बड़ा प्लेटफॉर्म देने के लिए दिल्ली सरकार बिज़नेस ब्लास्टर्स की फाइनलिस्ट 100+ टीमों के साथ, 5 मार्च को त्यागराज स्टेडियम में 'बिज़नेस ब्लास्टर्स इन्वेस्टमेंट समिट एंड एक्सपो' का आयोजन करेगी जहाँ देशभर से इन्वेस्टर्स आकर इन बिज़नेस आइडियाज में इन्वेस्ट कर सकेंगे| यहां इन छोटे बिज़नेस स्टार्स को अपने स्टार्टअप के लिए तो इन्वेस्टमेंट मिलेगा ही साथ ही इन बच्चों को दिल्ली सरकार के टॉप विश्वविद्यालय जैसे; एनएसयूटी, डीएसईयू, डीटीयू, IGDTUW आदि में बीबीए प्रोग्राम में सीधे दाखिला लेने का मौका मिलेगा|
उन्होंने देशभर के इन्वेस्टर्स को निमंत्रित करते हुए इन बच्चों के स्टार्ट-अप्स में निवेश करने और उनका हौसला बढ़ाने की अपील की| दिल्ली सरकार के बडिंग एंत्रप्रेन्योरर्स के बिज़नेस आइडियाज से इन्वेस्टर्स इतने प्रभावित हुए है कि अबतक इन आइडियाज को 12 करोड़ रूपये से अधिक का सपोर्ट ऑफर किया है| उन्होंने कहा कि इस प्रोग्राम की मदद से दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चे अब जॉब सीकर्स नहीं बल्कि जॉब प्रोवाइडर्स बनने लगे है और उनका माइंडसेट बदलने लगा है और इन्ही बच्चों में से भविष्य के बड़े उद्योगपति तैयार होंगे जो फेसबुक,गूगल जैसी कंपनियां बनायेंगे|
5 मार्च को होने वाले 'बिज़नेस ब्लास्टर्स इन्वेस्टमेंट समिट एंड एक्सपो' के बाबत सिसोदिया ने इन्वेस्टर्स को आमंत्रित करते हुए कहा कि जो इन्वेस्टर्स नए आइडियाज में इन्वेस्ट करना चाहते है वो एक्सपो में आए और देखे कि भविष्य के टाटा, बिरला, इनफ़ोसिस, फेसबुक, टेस्ला जैसी कंपनियों के मालिक कहां से शुरुआत कर रहे है| साथ ही इनके बिज़नेस आइडियाज में इन्वेस्ट कर उनका हौसला बढ़ाएं| उन्होंने कहा कि जो इनवेस्टमेंट नहीं भी करना चाहते वो लोग भी इस एक्सपो में आकर देखे कि कैसे सरकारी स्कूलों के 11वीं-12वीं के बच्चों को एक मौका देने भर से वो जॉब सीकर नहीं जॉब प्रोवाइडर बन रहे और देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने के लिए तैयार है|
सिसोदिया ने कहा कि बिज़नेस ब्लास्टरर्स प्रोग्राम विश्व के सबसे बड़े स्टार्टअप प्रोग्राम में से एक है जहाँ दिल्ली सरकार के स्कूलों के 3 लाख से अधिक बच्चों ने 51,000+ टीम्स बनाई और उन्हें 60 करोड़ रूपये की सीडमनी दी गई| इनमें से ज्यादातर टीम्स ने प्रॉफिट कमाया और जिस टीम ने प्रॉफिट नहीं भी कमाया तो उनमे एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट का विकास हुआ है|
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के पहले पड़ाव में स्कूल, जोनल, डिस्ट्रिक्ट लेवल पर इन 51,000+ टीम्स में से विभिन्न एक्सपर्ट्स की मदद से 1000 टीम्स का चयन किया गया| साथ ही एक्सपो के 100+ टीम्स का चयन किया गया है| इन सभी टीम्स को सरकार द्वारा बिज़नेस कोच भी उपलब्ध करवाए गए जिन्होंने बच्चों को ट्रेनिंग देने और उनका प्रोफेशनल डेवलपमेंट करने का काम किया है| उन्होंने कहा कि एक्सपो में शामिल बच्चों को को दिल्ली सरकार के टॉप विश्वविद्यालय जैसे; एनएसयूटी, डीएसईयू, डीटीयू, IGDTUW आदि में बीबीए प्रोग्राम में सीधे दाखिला मिलेगा|
सिसोदिया ने कहा कि आज देश में बेरोजगारी की इतनी बड़ी समस्या है कि 8वीं पास एलिजिबिलिटी की कोई एक नौकरी निकलती है तो उसके लिए हज़ारों लोग आवेदन करते है जिसमें ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी किए हुए लोग भी शामिल होते है| इसे देख कर महसूस किया गया कि पढ़ाने के तरीके में कोई कमी है और सबसे बड़ी कमी एंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट की कमी है| इसे देखते हुए हमने सर्वे और स्टडी की और बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम की शुरुआत की|
उपमुख्यमंत्री कहा कि जब बिज़नेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम टीवी पर आया तो दिल्ली के साथ-साथ पूरे देश ने देखा कि कैसे छोटी-सी सीड मनी लेकिन अपने कमाल के आईडिया के साथ सरकारी स्कूलों के बच्चों ने अपना बिज़नेस शुरू कर प्रॉफिट कमाया| ये अपने आप में एक मिसाल है| उन्होंने कहा कि बच्चों के इन बिज़नेस आइडियाज को बिज़नेस कम्युनिटी ने बेहद गंभीरता से लिया और इन बडिंग एंत्रप्रेन्योरर्स को बिज़नेस ब्लास्टर्स के वेबसाइट पर 12 करोड़ रूपये से अधिक का सपोर्ट ऑफर किया|