श्री राम शॉ
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार की शराब नीति के खिलाफ हर एक वार्ड के तीन से चार प्रमुख जगहों पर भाजपा कार्यकर्ता इकट्ठा होकर एक पत्रक जनता के बीच वितरित करेंगे और लोगों का इस शराब नीति पर मत लेंगे। पूरी दिल्ली के 1120 स्थानों पर चार मार्च को होने वाले इस कार्यक्रम में लगभग 10 लाख लोगों की राय जनमत पत्र के द्वारा ली जाएगी।
उन्होंने कहा कि शराब माफियाओं के साथ मिलकर दिल्ली को शराब नगरी बनाने में लगी केजरीवाल सरकार के खिलाफ भाजपा लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत जनता और उनका मत लेकर शराब नीति के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाएगी।
प्रदेश कार्यालय में हुए पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ एक संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए आदेश गुप्ता ने कहा कि शराब माफियाओं से मोटी रकम वसूल करने वाले केजरीवाल ने उन्हें सलाना 1000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोनस देने का काम किया क्योंकि पहले त्योहार व राष्ट्रीय पर्व को मिलाकर 21 दिन होते थे जब दिल्ली में शराब नहीं बिकती थी लेकिन अब उन में से गुरु गोविंद सिंह जयंती, महावीर जयंती, दीपावली व होली जैसे 18 त्योहारों पर भी शराब बेचने की इजाजत केजरीवाल सरकार ने दे दी है। मतलब ये कि ड्राई डे 21 दिन की जगह सिर्फ 3 बच गए हैं जहां 20,000 करोड़ रुपये का सलाना ब्रिकी होती है उसमें अतिरिक्त 1000 करोड़ की बिक्री हो सके।
गुप्ता ने कहा कि शराब नीति का विरोध भाजपा शुरु से कर रही है और इसके लिए हमने जंतर-मंतर पर सभी सांसदों एवं विधायकों सहित पदाधिकारियों ने मौन रखा था और इसके बाद 15 लाख हस्ताक्षर अभियान कराकर पूरी दिल्ली को जोड़ने का काम किया। फिर राजघाट पर सभी धार्मिक साधू-संतों को मिलाकर केजरीवाल की सदबुद्धि के लिए मौन व्रत रखा और प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि भाजपा के विरोध के बावजूद केजरीवाल दूसरे राज्यों में शराब माफियाओं के सहयोग और बल पर चुनाव लड़ने में व्यस्त रहे। इस शराब नीति के खिलाफ भाजपा ने चक्का जाम भी किया लेकिन उसका कोई असर केजरीवाल सरकार पर नहीं हुआ क्योंकि दिल्ली की जनता के बारे में उन्हें कोई सुध नहीं है।
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि आज हमें यह कहते हुए बेहद खुशी हो रही है कि प्रदेश भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर एवं आरडब्ल्यूए एवं समाजिक संगठनों की मदद से शराब नीति के तहत खोले गए 300 से अधिक अवैध शराब की दुकानों को बंद करवाने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि जब हमने एक्साइज कमिश्नर को नोटिस भेजकर इस बारे में जवाब मांगा कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन्स के मुताबिक शराब का ठेका कम से कम हाईवे से 500 मीटर की दूरी पर होना चाहिए लेकिन कही 50 मीटर तो कही 100 मीटर की दूरी पर लगभग 157 शराब के ठेके खोले गए हैं तो इस बात का संज्ञान लेते हुए एक्साइज कमिश्नर ने लिखित जवाब में कहा कि ऐसे सभी 157 शराब के ठेके जो हाईवे से 500 मीटर से कम की दूरी पर हैं वे जल्द बंद किए जाएंगे।
बिधूड़ी ने कहा कि विदेशी फंडींग और देश को तोड़ने वालों के साथ मिलकर केजरीवाल सरकार युवाओं को शराब के नशे में झोक रही है ताकि कैसे देश की ताकत को कमजोर किया जा सके। यह भी दुर्भाग्य है कि शराब के नशे में धूत होने का जिस सांसद पर सरेआम आरोप लगे उसको पंजाब में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर पंजाब को नशामुक्त करने की बात केजरीवाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जैसे लोग भारतीय संस्कृति और सभ्यता को खत्म करने की लगातार साजिश रच रहे हैं।
प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि जब दिल्ली को ऑक्सीजन चाहिए था, लोगों को बेड चाहिए था उस वक्त केजरीवाल नई शराब नीति बना रहे थे। महिलाओं को मजबूत करने की बात करने वाले केजरीवाल पिंक ठेका खोलकर उन्हें शराब पीला रहे हैं, शराब खरीद पर अलग छूट दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब चुनाव से पहले प्रत्येक ठेकेदारों से 200 से 300 करोड़ रुपये लेकर उन्हें अनाधिकृत क्षेत्रों में शराब के ठेके खोलने पर केजरीवाल ने मजबूर किया और उन पैसों से चुनाव लड़ रहे हैं। आज सभी लोग रो रहे हैं। लोगों का कहना है कि शराब नीति आने से घर से घरेलू हिंसा बढ़ गई है।
हंसराज हंस ने कहा कि केजरीवाल पंजाब में जाकर चुनावी वायदा कर रहे थे कि वह दिल्ली मॉडल लागू करेंगे। मतलब ये जिन पंजाबियों के अंदर गुरु नानक की भक्ती का नशा हो, गुरु गोविन्द सिंह के नाम का नशा हो, उन्हें भी शराब के नशे में डुबाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि एक समय था जब केजरीवाल लोकपाल की बातें करते थे और आज उनके अंदर सत्ता का लालच पूरी तरह से सर चढ़ा हुआ है और उसके लिए वह सभी हदें पार करने को तैयार हैं।
प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल ने आगामी अभियान के बारे में बताया कि 280 वार्डों के लगभग 1120 स्थानों पर 50,000 से अधिक भाजपा कार्यकर्ता प्रत्येक वार्ड में तीन से चार स्थानों पर लोगों को जनमत पत्रक बांटेंगे जिसमें शराब नीति के संदर्भ में कई तरह के सवाल हैं। ड्राइ डे से संबंधित, स्कूल-मंदिर के बगल में खोले शराब के ठेकों से संबंधित सवालों का जवाब लगभग 10 लाख जनता से लिया जाएगा। सावालों पर सुझाव आने के बाद भाजपा द्वारा आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।