इंडियन रेलवे की तरफ से यात्रा के दौरान दिए जाने वाले खाने की गुणवत्ता पर एक यात्री ने सवाल उठाया है। दरअसल, मुंबई-लखनऊ ट्रेन में सवार अजी कुमार नामक व्यक्ति ने हाल ही में दावा किया कि उसे इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) की तरफ से घटिया समोसा दिया गया। समोसे में आलू के साथ-साथ "पीला कागज" भरा गया था। रविवार को ट्विटर पर अजी कुमार ने समोसे के अंदर फंसे "पीले कागज" की तस्वीरें शेयर करते हुए कहा कि इसके अंदर एक रैपर डाला गया है।
अजय कुमार ने ट्वीट पर फोटो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा कि मैं आज 9-10-22 को लखनऊ के रास्ते में हूं। मैंने खाने के लिए एक समोसा खरीदा। मैंने समोसे के ऊपरी भाग को थोड़ा सा खाया और देखा कि यह उसके अंदर है... कृपया आप भी समोसे के अंदर पीला कागज देख सकते हैं। अजी ने कैप्शन में आगे लिखा कि यह आईआरसीटीसी पेंट्री द्वारा दिया गया है। मैं इस वक्त ट्रेन नंबर 20921 बांद्रा-लखनऊ में हूं। यह ट्रेन 8-10-22 को चली है। आईआरसीटीसी की पेंट्री पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि देखिए खाने के नाम पर क्या घटिया सर्विस रेलवे की तरफ से दी जा रही है?
हालांकि, अजी कुमार के इस ट्वीट पर तुरंत रेलवे ने रिप्लाई किया। रेलवे ने कहा कि आपको हुई इस असुविधा के लिए खेद है। कृपया अपना पीएनआर नंबर और मोबाइल नंबर मैसेज करें। साथ ही रेलवे की तरफ से कहा गया है कि मामले को संज्ञान में ले लिया गया है। हालांकि, रेलवे की तरफ से माफी मांगने के बावजूद भी ट्वीटर यूजर संतुष्ट नहीं दिखे। एक यूजर की तरफ से लिखा गया कि भारतीय रेलवे में सबकुछ दिन ब दिन खराब होता जा रहा है। रेलवे की तरफ से टिकट के नाम पर सिर्फ पैसा वसूला जा रहा है। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि गरीब लोगों के साथ क्या होता होगा? क्या यही विकासशील भारत है, जो पैसों की छिनैती कर रहा है।
वहीं, इस कमेंट का समर्थन करते हुए एक ट्वीटर यूजर ने कहा कि यह सब एक शो-बिजनेस बनता जा रहा है। केवल रेलवे से सफर करने वाला यात्री ही आईआरसीटीसी की वास्तविकता को समझ सकता है। इसके अलावा अन्य यूजर ने भी रेलवे की खिंचाई की। यूजर ने कहा कि समोसे में जो पीला पेपर दिख रहा है, वो गुटखे का पेपर है।