रूस. काला सागर क्षेत्र में रविवार को आए तूफान से रूस समेत कई देशों में जनजीवन अस्त व्यस्त है। कई पेड़ उखड़ गए हैं। बिजली की लाइनें टूटने से पांच लाख से अधिक लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। कई यातायात दुर्घटनाएं भी हुईं। रूस ,रोमानिया, मोल्दोवा, बुल्गारिया और सर्बिया में हिमपात हुआ है। तूफान के कारण कीव में यूक्रेन का सबसे बड़ा राष्ट्रीय ध्वज क्षतिग्रस्त हो गया है।
वहीं, रूस और यूक्रेन के तटीय इलाकों में बाढ़ आ गई। क्रीमिया के कई क्षेत्रों में आपातकालीन स्थिति घोषित की गई है। मास्को में लगभग 10 इंच तक बर्फ जमा हुआ है। अनापा के पास एक मालवाहक जहाज भी फंस गया। कैस्पियन पाइपलाइन कंसोर्टियम ने सोमवार को नोवोरोसिस्क बंदरगाह पर कच्चे तेल की लोडिंग रोक दी क्योंकि 86 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और आठ मीटर तक की लहरें उठीं।
अधिकारी ने बताया कि क्रीमिया में एक गांव में लहरों को देखने के लिए निकले एक व्यक्ति की मौत हो गई। रूस की राष्ट्रीय मौसम विज्ञान सेवा के प्रमुख रोमन विलफैंड ने बताया कि इसी तरह का तूफान नवंबर 1854 में आया था। उस समय 30 जहाज डूब गए थे। वहीं, अब तक तूफान के कारण कुल तीन लोगों की मौत हुई है.