पाकिस्तान में ईद-अल-अधा पर पशु बलि के लिए अहमदिया समुदाय के तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर अल्पसंख्यकों पर किए जा रहे अत्याचार उजागर हुए हैं। रविवार को हुई इन गिरफ्तारियों के तहत सभी पर मुस्लिम भावनाओं को आहत करने का केस दर्ज किया गया।
प्राथमिकी में कहा गया है कि शिकायतकर्ता ईद-उल-अजहा की नमाज के बाद एक मस्जिद में मौजूद थे, जब उन्हें सत्यापित स्रोतों से पता चला कि अहमदी समुदाय के लोग अपने घरों के अंदर जानवरों की बलि दे रहे हैं। शिकायतकर्ताओं ने क्षेत्र में पहुंचकर पास के घरों की छतों पर चढ़कर खुद बकरी की बलि देखी, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग सुबूत के तौर पर पेश की गई।
शिकायतकर्ताओं ने इसे इस्लामी भावनाओं का आहत होना बताया। बता दें, 1974 में एक पाकिस्तानी संविधान संशोधन के अनुसार अहमदियों को गैर-मुस्लिम घोषित किया गया है और इस हिसाब से उन्हें इस्लामी अनुष्ठान न करने की हिदायत है।
आतंकी के पिता को अमेरिका से भेजा गया अफगानिस्तान
अमेरिका में न्यूयॉर्क मेट्रो को 2009 में बम से उड़ाने की साजिश रचने के दोषी अलकायदा आतंकी के पिता को अमेरिका से अफगानिस्तान भेज दिया गया है। मोहम्मद वली जाजी (66) को फरवरी 2012 में वीजा धोखाधड़ी, न्याय में बाधा डालने आदि का दोषी ठहराया गया था।
एक बयान के मुताबिक 'अमेरिकी इमिग्रेशन एंड कस्टम्स इंफोर्समेंट' (आईसीई) के 'इंफोर्समेंट एंड रिमूवल ऑपरेशंस'(ईआरओ) डेनवर फील्ड ऑफिस ने 13 जून को जाजी को देश से अफगानिस्तान भेज दिया। जाजी का बेटा, नजीबुल्लाह जाजी अलकायदा से जुड़ा है और उसे 2009 में न्यूयॉर्क मेट्रो पर बमबारी की साजिश रचने का दोषी ठहराया गया था।