प्रौद्योगिकी

WhatsApp का बड़ा एक्शन

jantaserishta.com
2 Jun 2022 4:35 AM GMT
WhatsApp का बड़ा एक्शन
x

नई दिल्ली: WhatsApp ने अपनी 11वीं सेफ्टी मंथली रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में कंपनी ने वॉट्सऐप टर्म एंड सर्विस और भारतीय कानून का उल्लंघन करने वाले अकाउंट्स पर की गई कार्रवाई की जानकारी दी है. वॉट्सऐप ने IT Rule 2021 के तहत अप्रैल महीने की रिपोर्ट जारी कर दी है.

ऐप की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल में 16 लाख से ज्यादा भारतीय अकाउंट बैन किए गए हैं. इन अकाउंट्स को प्लेटफॉर्म की गाइडलाइन्स फॉलो नहीं करने और दूसरे कारणों की वजह से बैन किया गया है. इस रिपोर्ट में 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक का डेटा मौजूद है.
क्या है WhatsApp की तैयारी?
इस मामले में वॉट्सऐप के स्पोकपर्सन ने बताया, 'WhatsApp एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग सर्विस में दुष्प्रयोग को रोकने में इंडस्ट्री लीडर है. पिछले सालों में हमने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और दूसरी स्टेट ऑफ आर्ट टेक्नोलॉजी, डेटा साइंटिस्ट और एक्सपर्ट, प्रॉसेस में लगातार इन्वेस्ट किया है, जिससे हम अपने प्लेटफॉर्म को सुरक्षित रख सकें.'
क्या-क्या है रिपोर्ट में?
उन्होंने बताया कि IT Rule 2021 के तहत हमने अप्रैल 2022 की रिपोर्ट जारी कर दी है. यूजर सेफ्टी रिपोर्ट में वॉट्सऐप यूजर्स की शिकायतें, उन पर लिए गए एक्शन के साथ दुष्प्रयोग को रोकने के लिए वॉट्सऐप की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी है. लेटेस्ट मंथली रिपोर्ट के मुताबिक, वॉट्सऐप ने 16 लाख से ज्यादा वॉट्सऐप अकाउंट को अप्रैल महीने में बैन किया है.
किस वजह से बैन हुए वॉट्सऐप अकाउंट?
सामान्यतः वॉट्सऐप अकाउंट्स के बैन की वजह कंपनी की पॉलिसी और गाइनलाइन्स को फॉलो नहीं करना होता है. कुछ अकाउंट्स को गलत जानकारी शेयर करने की वजह से बैन किया गया है.
वहीं कुछ को बिना वेरिफाई किए किसी मैसेज को बहुत से यूजर्स को फॉर्वर्ड करने और दूसरे कारणों से बैन किया गया है. प्लेटफॉर्म पर फेक न्यूज को रोकने के लिए वॉट्सऐप ने कई कदम उठाए हैं. ऐप ने वेरिफाई एक्सटर्नल लिंक और फॉर्वर्डेड मैसेज लेबल जैसी कई कदम उठाएं हैं, जिससे फेक न्यूज को रोका जा सके.
Next Story