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जनता से रिश्ता वेबडेस्क | What is Private Browsing? प्राइवेट ब्राउजिंग क्या है, प्राइवेट ब्राउजिंग के क्या फायदे है? क्या प्राइवेट ब्राउजिंग पूरी तरह सुरक्षित है? प्राइवेट ब्राउजिंग कैसे किया जाता है? Benefits of Private Browsing, Private Browsing how much secure? How to do private Browsing?
दिन में अमूमन कई बार आप ऑनलाइन होते हैं और अपनी कई गुप्त सूचना और निजी जानकारियों को ब्राउजर पर डालते हैं। जैसे किसी अकाउंट के लॉगिन आईडी, पासवर्ड, आदि या आपने किन किन वेबसाइट्स को देखा है इसकी सभी जानकारी ब्राउजर पर अपने आप ही सेव हो जाती है। यह गलत हाथ में लग जाने पर आपको अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। प्राइवेट ब्राउजिंग के द्वारा आप अपनी निजी जानकारियों को ब्राउजर पर सेव होने से रोक सकते हैं। यह सब कैसे होगा इसे इस लेख में हम विस्तार से देखेंगे।
What is private Browsing?
प्राइवेट ब्राउजिंग क्या है?
प्राइवेट ब्राउजिंग
प्राइवेट ब्राउजिंग क्या है (What is Private Browsing)
Table of Contents
प्राइवेट ब्राउजिंग क्या है (What is Private Browsing)
प्राइवेट ब्राउजिंग के क्या फायदे हैं? (Benefits of Private Browsing)
क्या प्राइवेट ब्राउजिंग पूरी तरह सुरक्षित है? Private Browsing how much secure
क्रोम ब्राउजर में प्राइवेट ब्राउजिंग (Private Browsing Chrome)
फायरफॉक्स ब्राउजर में प्राइवेट ब्राउजिंग (Private Browsing in Firefox Browser)
इंटरनेट एक्सप्लोरर में प्राइवेट ब्राउजिंग (Private Browsing in Internet Explorer)
माइक्रोसॉफ्ट एज में प्राइवेट ब्राउजिंग (Private Browsing in Microsoft Edge)
FAQ:
प्राइवेट ब्राउजिंग क्या है?
प्राइवेट ब्राउजिंग का प्रयोग सबसे पहले किस कंपनी द्वारा किया गया?
प्राइवेट ब्राउजिंग से क्या फायदा है?
प्राइवेट ब्राउजिंग क्या 100 प्रतिशत सुरक्षित है?
प्राइवेट ब्राउजिंग से क्या ब्राउजर पर सर्च हिस्ट्री को छुपाया जा सकता है?
अन्य पढ़ें:
प्राइवेट ब्राउजिंग (Private Browsing) किसी भी ब्राउजर की एक फीचर होती है जिसका इस्तेमाल करके यूजर अपनी गोपनीय और निजी आनलाइन जानकारियों को ब्राउजर में सेव होने और लीक होने से रोक सकता है। प्राइवेट ब्राउजिंग (Private Browsing) फीचर के द्वारा आप अपनी ऑनलाइन एक्टिविटी को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं।
जैसे लॉगिन डिटेल्स, विजिटेड साइट्स हिस्ट्री, सर्च इनफॉरमेशन, किसी भी अकाउंट के लॉगिन आईडी, पासवर्ड, फाइल्स आदि को ब्राउजर पर सेव होने से बचाया जा सकता है। प्राइवेट ब्राउजिंग को कई नामों जैसे प्राइवेसी मोड, इनकॉग्निटो मॉड, सेफ मोड़, पोर्न मोड आदि से जाना जाता है। ये अलग अलग ब्राउजर में अलग अलग नामों से जाने जाते हैं।
प्राइवेट ब्राउजिंग के क्या फायदे हैं? (Benefits of Private Browsing)
ऑनलाइन किसी भी एक्टिविटी को आप प्राइवेट ब्राउजिंग से काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। आपके अनेक निजी और संवेदनशील डाटा आप ब्राउजर पर सेव होने से बचा सकते हैं। अगर आपका डाटा ब्राउजर पर सेव होता है जो किसी अन्य व्यक्ति के हाथ लग जाता है तो आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए प्राइवेट ब्राउजिंग के द्वारा इसकी सुरक्षा हो सकती है। प्राइवेट ब्राउजिंग के लाभ को नीचे बिंदुवार देख सकते हैं।
यूजर का ट्रैक होने से बचाव: अमूमन वेब सर्फिंग के दौरान यूजर की ऑनलाइन जानकारी वेब ब्राउजर, सर्वर, और कुकीज़ आदि सेव करके रख लेते हैं। जिसके कारण यूजर के ट्रैक होने की संभावना या जोखिम रहती है। लेकिन अगर वही यूजर सेफ मोड से प्राइवेट ब्राउजिंग करता है तो उसके डाटा ब्राउजर पर सेव नहीं होता है जिसके कारण उसके ट्रैक होने की संभावना कम हो जाती है।
निजता या गोपनीयता बनाए रखता है: प्राइवेट ब्राउजिंग के द्वारा आप अपनी ईमेल आईडी, पासवर्ड, सर्च हिस्ट्री आदि जैसी निजी और गोपनीय डाटा की चोरी होने से बचा कर अपनी निजता बनाए रख सकते हैं।
मल्टीपल ईमेल अकाउंट ओपन कर सकते हैं: नॉर्मल मोड में आप एक साथ एक ही ईमेल अकाउंट ओपन कर सकते हैं। एक को लॉगआउट करने के बाद ही दूसरा ईमेल खोल सकते हैं। लेकिन प्राइवेट ब्राउजिंग के द्वारा आप एक साथ अनेक ईमेल अकाउंट को खोल सकते हैं
सर्च हिस्ट्री को छुपाया जा सकता है: प्राइवेट ब्राउजिंग के द्वारा आपकी ब्राउजिंग सर्च हिस्ट्री को ब्राउजर पर सेव होने से रोका जाता है। इस प्रकार आपकी सर्च हिस्ट्री गोपनीय रहती है।
सर्च परिणाम ब्राउजर से अप्रभावित रहता है: सामान्यतः आप जो कुछ भी ब्राउजर पर सर्च करते हैं ब्राउजर का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अपने एल्गोरिथम के द्वारा उसे पर्सनलाइज्ड और कस्टमाइज्ड कर देता है। और आपकी पसंद का परिणाम भी दिखाता है। निश्चय ही आपका सर्च परिणाम ब्राउजर के द्वारा प्रभावित किया जाता है। लेकिन प्राइवेट ब्राउजिंग के द्वारा आप इसे रोक कर अपने सर्च परिणाम को एक्यूरेट और प्योर कर सकते हैं।
वेब डेवलपर को फायदा: प्राइवेट ब्राउज़िंग के द्वारा वेब डेवलपर को काफी फायदा मिलता है। प्राइवेट ब्राउज़िंग के माध्यम से सिर्फ पेज रिफ्रेश करने के बाद डेवलपर अपने द्वारा किए गए काम को चेक कर सकते हैं। इसीलिए प्राइवेट ब्राउजिंग वेब डेवलपर के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि इसके द्वारा वह वेबसाइट पर होने वाले छोटे से छोटे चेंज को आसानी के साथ देख सकता है।
क्या प्राइवेट ब्राउजिंग पूरी तरह सुरक्षित है? Private Browsing how much secure
हालांकि प्राइवेट ब्राउजिंग से ब्राउजर आपकी सर्फिंग एक्टिविटी को सेव नहीं करता है। यह आपकी प्राइवेसी और सुरक्षा को काफी बढ़ा देता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप ऑनलाइन सर्फिंग करते हुए पूरी तरह सुरक्षित हैं। प्राइवेट ब्राउजिंग में भी इंटरनेट सर्विस प्रदाता, साइट के मालिक, इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध करवाने वाले आपकी सभी वेब एक्टिविटीज को देख सकते हैं। प्राइवेट ब्राउजिंग में भी आप स्वयं अपने द्वारा किए गए डाउनलोड्स और बुक मार्क को डिलीट नहीं कर सकते हैं और आप इसे कभी भी एक्सेस कर सकते हैं। इस तरह आप प्राइवेट ब्राउजिंग में काफी हद तक सेफ हैं लेकिन फिर भी पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हैं।
क्रोम ब्राउजर में प्राइवेट ब्राउजिंग (Private Browsing Chrome)
अलग अलग ब्राउजर में प्राइवेट ब्राउजिंग अलग अलग नाम से उपयोग किया जाता है। जैसे क्रोम ब्राउजर में Incognito Window के नाम से, फायरफॉक्स ब्राउजर में New Private Window, इंटरनेट एक्सप्लोरर में InPrivate Browsing, माइक्रोसॉफ्ट एज में New in Private Window, आदि नामों से जाना और उपयोग किया जाता है। लेकिन काम और फीचर सबका एक समान ही होता है। यहां पर पहले हम जान लेते हैं की क्रोम ब्राउजर में प्राइवेट ब्राउजिंग (Private Browsing Chrome) कैसे होता है। इसके लिए आप नीचे की स्टेप्स को फॉलो कर प्राइवेट ब्राउजिंग करें:
अपने लैपटॉप या कंप्यूटर पर क्रोम ब्राउजर खोलें।
दाहिनी तरफ क्रोम मेनू (Chrome Menu) पर क्लिक करें।
इसके बाद New Incognito Window पर क्लिक करें।
अब जो विंडो खुली है वह एक प्राइवेट विंडो है जो देखने में आपको निर्मल विंडो से कुछ अलग लगेगी।
आप की बोर्ड से Ctrl+Shift+N को दबा कर भी इनकॉग्निटो विंडो को आसानी के साथ ओपन कर सकते हैं।
फायरफॉक्स ब्राउजर में प्राइवेट ब्राउजिंग (Private Browsing in Firefox Browser)
फायरफॉक्स ब्राउजर में प्राइवेट ब्राउजिंग के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें:
अपने लैपटॉप या कंप्यूटर पर मोजिला फायरफॉक्स ब्राउजर खोलें।
दाहिनी तरफ फायरफॉक्स मेनू (Firefox Menu) पर क्लिक करें।
इसके बाद New Private Window पर क्लिक करें।
अब जो विंडो खुली है वह एक प्राइवेट विंडो है जो देखने में आपको निर्मल विंडो से कुछ अलग लगेगी।
आप की बोर्ड से Ctrl+Shift+P को दबा कर भी इनकॉग्निटो विंडो को आसानी के साथ ओपन कर सकते हैं।
इंटरनेट एक्सप्लोरर में प्राइवेट ब्राउजिंग (Private Browsing in Internet Explorer)
इंटरनेट एक्सप्लोरर एक पुराना और प्रचलित ब्राउजर है जो आज भी कई बार अपनी बेहतरी के लिए जाना जाता है। इस ब्राउजर में प्राइवेट ब्राउजिंग InPrivate Browsing के नाम से होता है। इस ब्राउजर में प्राइवेट ब्राउजिंग के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें:
अपने लैपटॉप या कंप्यूटर पर इंटरनेट एक्सप्लोरर ब्राउजर खोलें।
दाहिनी तरफ गियर आइकन पर क्लिक करें।
अब सेफ्टी पर क्लिक करके In private Browsing पर क्लिक करें।
अब जो विंडो खुली है वह एक प्राइवेट विंडो है जो देखने में आपको निर्मल विंडो से कुछ अलग लगेगी।
आप की बोर्ड से Ctrl+Shift+P को दबा कर भी इनकॉग्निटो विंडो को आसानी के साथ ओपन कर सकते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट एज में प्राइवेट ब्राउजिंग (Private Browsing in Microsoft Edge)
माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर में प्राइवेट ब्राउजिंग के लिए निम्न स्टेप्स को फॉलो करें:
अपने लैपटॉप या कंप्यूटर पर इंटरनेट माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर खोलें।
दाहिनी तरफ मी मेनू (Me Menu) के ऑप्शन पर क्लिक करें।
इसके बाद New in Private Window पर क्लिक करें।
अब जो विंडो खुली है वह एक प्राइवेट विंडो है जो देखने में आपको निर्मल विंडो से कुछ अलग लगेगी।
आप की बोर्ड से Ctrl+Shift+P को दबा कर भी इनकॉग्निटो विंडो को आसानी के साथ ओपन कर सकते हैं।