प्रौद्योगिकी

iPhone 15 Pro, iPhone 15 Pro Max को हल्का करने के लिए टाइटेनियम चेसिस का किया यूज़, जाने डिटेल

Harrison
29 Aug 2023 6:58 AM GMT
iPhone 15 Pro, iPhone 15 Pro Max को हल्का करने के लिए टाइटेनियम चेसिस का किया यूज़, जाने डिटेल
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अमेरिकी डिवाइस कंपनी Apple की iPhone 15 सीरीज अगले महीने लॉन्च हो सकती है। इस सीरीज के iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max को पिछले iPhone के मुकाबले हल्का बनाया जा सकता है। iPhone 15 सीरीज के प्रो मॉडल में स्टेनलेस स्टील की जगह टाइटेनियम चेसिस का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max का वजन 8 प्रतिशत तक कम हो सकता है।9to5Mac की रिपोर्ट के मुताबिक, iPhone 15 Pro का वजन 191 ग्राम और iPhone 15 Pro Max का वजन करीब 221 ग्राम हो सकता है। iPhone 14 Pro का वजन 206 ग्राम है, जबकि iPhone 14 Pro Max का वजन 240 ग्राम है। हालाँकि, Apple की ओर से इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। कंपनी की योजना iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max को दो नए रंगों में लॉन्च करने की भी है। ये रंग डार्क ब्लू और टाइटन ग्रे हो सकते हैं।
Apple की योजना भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने की है. कंपनी ने चीन में अपनी मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा हिस्सा भारत में शिफ्ट करने की तैयारी कर ली है। हाल ही में Apple ने भारत में दो रिटेल स्टोर भी खोले हैं। इन स्टोर्स को अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। एप्पल की योजना देश में स्मार्टफोन पार्ट्स का विनिर्माण बढ़ाने की भी है। हाल ही में कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक में अपने प्लान की जानकारी दी थी. इस बैठक में आपूर्ति श्रृंखला को समझने और आईफोन के निर्माण में देश में बने घटकों का अधिक उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
केंद्र सरकार इसके लिए कंपनी को टैक्स प्रोत्साहन नहीं देना चाहती है. इसके बावजूद एप्पल देश में निवेश बढ़ाने में दिलचस्पी रखती है। बड़ी संख्या में एप्पल के आपूर्तिकर्ता चीन में हैं और वह चीन पर अपनी निर्भरता कम करने की योजना बना रहा है। Apple ने 2017 में भारत में iPhones का निर्माण शुरू किया था। कंपनी को iPhones के विनिर्माण का लगभग सात प्रतिशत देश से मिलता है। अगले कुछ वर्षों में यह आंकड़ा तेजी से बढ़ने की संभावना है। देश में इलेक्ट्रॉनिक्स की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) जैसी योजनाएं शुरू की गई हैं. इसका फायदा उठाने के लिए सैमसंग और एप्पल जैसी बड़ी स्मार्टफोन कंपनियों ने भारत में निवेश बढ़ाया है।
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