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जनता से रिश्ता वेबडेस्क | शेयर बाजार लंबी समय अवधि में मोटा मुनाफा देने के लिए जाने जाते हैं। वर्ष 1979 में सेंसेक्स की स्थापना के बाद से हर दशक में यह चार गुनी रफ्तार से बढ़ा है। इस हफ्ते सोमवार से शुक्रवार के बीच सेंसेक्स में एक फीसदी से अधिक का उछाल आया। इस दौरान सेंसेक्स 700.50 (1.12%) अंकों की बढ़त के साथ 63,384.58 अंकों के लेवल पर बंद हुआ। इस हफ्ते सोमवार 12 जून को सेंसेक्स 62,960.73 के लेवल पर खुला था। बीते एक हफ्ते के दौरान यह 63,520.36 के उच्चतम स्तर पर पहुंचा।
बता दें कि सेंसेक्स का ऑल टाइम हाई 63,583.07 है जबकि पिछले 52 हफ्तों का लो 50,921.22 है। एनएसई निफ्टी में भी लगातार तेजी दिखी है। अगर सेंसेक्स में हुई वृद्धि को ही आधार मानें तो वर्ष 2020 में निफ्टी के स्तर 13981 के स्तर को देखते हुए इस दशक के अंत तक यह 56,000 के लेवल तक पहुंच सकता है। बीते एक हफ्ते के दौरान निफ्टी 230.55 (1.24%) अंकों की बढ़त के साथ 18,826.00 अंकों के लेवल पर बंद हुआ। यह भी लगभग ऑल टाइम हाई के पास है। वर्ष 2014 से अब के तक के सेंसेक्स के सफर की बात करें तो जनवरी 2022 में जो सेंसेक्स 21,222.19 के लेवल पर था वह 2023 में 63500 का आंकड़ा पार कर कर चुका है। इस दौरान दिसंबर 2022 में यह अपने ऑल टाइम हाई 63,583.07 के स्तर तक पहुंच चुका है।
एक दशक पहले जो निफ्टी 6000 का स्तर भी हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहा था। 10 वर्षों के बाद दिसंबर 2022 में वहीं निफ्टी 18900 के करीब पहुंच गया। हालांकि इसके बाद बाजार में फिर कमजोरी दर्ज की गई पर एक बार फिर यह इसी लेवल पर कारोबार करता दिख रहा है। निफ्टी के 50 शेयरों का मार्केट कैप 14,920,255.38 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले एक दशक के दौरान निफ्टी 211% की आश्यचर्यजनक वृद्धि दर्ज की गई है। वर्ष 2022 में मैक्रोइकोनॉमिक अनिश्चितताओं और जियोपॉलिटिकल तनावों के कारण बाजार में आए उठा-पटक के बावजूद भारतीय बाजार ने अपने समकक्षों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया और ऑलटाइम हाई का आंकड़ा छू लिया। जानकारों का मानना है कि वर्ष 2030 तक निफ्टी ऊंचाईयों को हासिल करते हुए 50,000 का आंकड़ा छू सकता है।