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बैंकिंग और फार्मा सेक्टर भी हैं आगे
Naukri JobSpeak Index MAY २०२३ | भारत में व्हाइट-कॉलर (प्रमुख पदों) की नियुक्तियों पर जारी होने वाले नौकरीजॉबस्पीक इंडेक्स की ताजा रिपोर्ट आ गई है। मई माह 2023 की रिपोर्ट में इंडेक्स 2849 पर रहा, जोकि पिछले महीने से पांच फीसदी बढ़ा है और मई 2022 की अपनी वैल्यू 2863 से मामूली कम कहें या लगभग समान है।
Naukri JobSpeak Index MAY 2023: भारत में व्हाइट-कॉलर (प्रमुख पदों) की नियुक्तियों पर जारी होने वाले नौकरीजॉबस्पीक इंडेक्स की ताजा रिपोर्ट आ गई है। मई माह 2023 की रिपोर्ट में इंडेक्स 2849 पर रहा, जोकि पिछले महीने से पांच फीसदी बढ़ा है और मई 2022 की अपनी वैल्यू 2863 से मामूली कम कहें या लगभग समान है।
इंडेक्स में तुलनात्मक रूप से समान वृद्धि विभिन्न सेक्टर्स और भौगोलिक क्षेत्रों में नियुक्ति के ट्रेंड का मजबूत रुझान दिखाती है। नौकरी डॉट कॉम के सीबीओ पवन गोयल ने कहना है कि प्रमुख पदों पर नियुक्ति में कई सेक्टर्स जैसे कि रियल एस्टेट, बैंकिंग, ऑयल एण्ड गैस और फार्मा में हुई बढ़ोतरी भारतीय अर्थव्यवस्था का विकासपरक और विविधतापूर्ण स्वभाव दिखाती है। हालिया रिपोर्ट, पिछले साल की तुलना में नई नौकरियों मे 31 फीसदी की शानदार बढ़ोतरी के साथ, ऑयल एंड गैस सेक्टर को साफ तौर से नियुक्तियों के हॉटस्पॉट के रूप में उभरता हुआ बता रही है, जबकि आईटी सेक्टर में नियुक्तियां मई 2022 के अपने स्तर से 23 फीसदी कम होना दर्शा रही है। पिछले कुछ महीनों में नई नौकरियों में सालाना 10-20 फीसदी की बढ़ोतरी की तुलना में 31 फीसदी की वृद्धि के साथ ऑयल एंड गैस सेक्टर में तेजी से भर्ती गतिविधियां जारी रही हैं। इसका श्रेय ऊर्जा सुरक्षा और रिफाइनरी के विस्तार पर नए तरीके से केन्द्रित होने को दिया जा सकता है। जिन भूमिकाओं की मांग में उल्लेखनीय बढ़त हुई, उनमें प्रोडक्शन इंजीनियर्स, प्रोसेस इंजीनियर्स और क्वालिटी ऑडिटर्स शामिल हैं। महत्वपूर्ण शहरों, जैसे कि हैदराबाद, चेन्नई और पुणे में मध्यम से लेकर वरिष्ठ भूमिकाओं के लिए नियुक्ति में उल्लेखनीय उछाल देखा गया है।
रियल एस्टेट और बैंकिंग सेक्टर्स ने नियुक्ति के मामले में सकारात्मक रुझान दिखाना जारी रखा और पिछले साल की मई की तुलना में नियुक्ति की गतिविधियों में क्रमश: 22 फीसदी और 14 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। रियल एस्टेट सेक्टर में निर्माण से जुड़ी भूमिकाओं, जैसे कि इंफ्रास्ट्रक्चर आर्किटेक्ट, सिविल इंजीनियर और साइट सुपरवाइजर की मांग बढ़ी है।
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