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NSO Group फिर चर्चा में, जानें अब क्या हुआ?

jantaserishta.com
22 Aug 2022 8:24 AM GMT
NSO Group फिर चर्चा में, जानें अब क्या हुआ?
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

नई दिल्ली: इजरायली कंपनी NSO Group काफी चर्चा में रह चुकी है. कंपनी ने विवादित जासूसी सॉफ्टवेयर Pegasus तैयार किया है. Pegasus स्पाईवेयर को लेकर कहा गया था कि इसका इस्तेमाल कई देशों की सरकार ने पत्रकारों और विपक्षी नेताओं पर नजर रखने के लिए किया.

अब इजरायली स्पाईवेयर फर्म NSO Group ने सीईओ Shalev Hulio अपना पद छोड़ दिया है. नए CEO की नियुक्ति से पहले चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर Yaron Shohat को अंतरिम सीईओ बनाया गया है. ये फिलहाल कंपनी के रिऑर्गेनाइजेशन को देखेंगे.
कंपनी के एक सोर्स ने बताया कि फर्म के रिऑर्गेनाइजेश में लगभग 100 कर्मचारियों को कंपनी से जाने दिया जाएगा. बोर्ड जब तक नए सीईओ का नियुक्त नहीं कर लेती है तब तक Yaron Shohat कंपनी के सीईओ बने रहेंगे.
जासूसी सॉफ्टवेयर Pegasus को तैयार करने वाली NSO Group कंपनी कई कानूनी कार्रवाई का सामना कर रही है. इस पर आरोप है कि इसके स्पाईवेयर का इस्तेमाल सरकार और दूसरी एजेंसी ने मोबाइल हैक करने के लिए किया.
NSO Group का कहना है कि इस टेक्नोलॉजी को आतंकवादी और दूसरे क्रिमिनल्स को पकड़ने के लिए तैयार किया गया है. ये अपने जासूसी सॉफ्टवेयर को केवल सरकार को ही बेचती है. हालांकि, किन सरकारों को इसे बेचा जाएगा इसकी जानकारी कंपनी गुप्त रखी है.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, Yaron Shohat ने एक स्टेटमेंट में बताया कि इनके प्रोडक्ट्स की डिमांड काफी ज्यादा है. कटिंग-एज टेक्नोलॉजी देने की वजह से सरकार और एजेंसी इसकी काफी मांग करते हैं. इससे क्राइम और टेरर से लड़ने में सरकार को मदद मिलती है. उन्होंने आगे बताया कि इसका यूज सही कामों के लिए इसका कंपनी ध्यान रखेगी.
इजरायली कंपनी के अनुसार इस स्पाईवेयर को क्रिमिनल और टेररिस्ट को ट्रैक करने के लिए बनाया गया है. इसे सिर्फ सरकार को ही कंपनी बेचती है. इसके सिंगल लाइसेंस के लिए 70 लाख रुपये तक खर्च करने पड़ते हैं. फोन की खामी का फायदा उठा Pegasus को इंस्टॉल किया जाता है. इसके लिए कई तरीकों का यूज किया जाता है.
साल 2019 तक इसे वॉट्सऐप मिसकॉल के जरिए भी फोन में इंस्टॉल किया जा सकता था. आईफोन में इसे iMessage बग का फायदा लेकर इंस्टॉल करवाया जाता था. इसके जरिए फोन से यूजर की हर गतिविधि को ट्रैक किया जा सकता है.

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