प्रौद्योगिकी

Apple का महंगा iPhone जान ले ये जरूरी बातें, वरना उठाना होगा तगड़ा नुकसान

Tara Tandi
7 Feb 2025 6:00 AM GMT
Apple का महंगा iPhone जान ले ये जरूरी बातें, वरना उठाना होगा तगड़ा नुकसान
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Apple iPhone टेक न्यूज़: iPhone हर साल दुनिया के सबसे ज्यादा बिकने वाले स्मार्टफोन की लिस्ट में शामिल होता है। हाल ही में आई मार्केट रिसर्च रिपोर्ट में दुनिया के सबसे ज्यादा बिकने वाले 10 स्मार्टफोन में से 7 iPhone हैं। पिछले साल भारत में भी iPhone की जबरदस्त डिमांड देखने को मिली थी। यूजर्स के बीच भारी डिमांड के चलते साल की आखिरी तिमाही में Apple पहली बार भारत के टॉप-5 स्मार्टफोन ब्रांड्स में शामिल हुआ है। भारत में iPhone की बढ़ती डिमांड की मुख्य वजह युवाओं के बीच इसकी लोकप्रियता है। प्रीमियम प्राइस रेंज में आने वाले iPhone को खरीदने वाले ज्यादातर यूजर्स इसे दिखावे के लिए खरीद रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और स्टेटस सिंबल की वजह से iPhone की तरफ यूजर्स का झुकाव बढ़ा है। अगर आप भी iPhone खरीदने के लिए बड़ी रकम खर्च करना चाहते हैं तो आपको इन तीन बातों का ध्यान रखना चाहिए। नहीं तो बाद में पछताना
पड़ सकता है।
बैटरी और चार्जिंग
एंड्रॉइड स्मार्टफोन की तुलना में Apple iPhone में कम क्षमता वाली बैटरी दी जाती है, जिसकी वजह से फोन की बैटरी ज्यादा देर तक नहीं चलती। हालांकि, iPhone में सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर ऑप्टिमाइजेशन की वजह से बैटरी की खपत Android के मुकाबले कम होती है। इसके बावजूद आपको अपने iPhone को दिन में दो बार चार्ज करना होगा। इसके अलावा iPhone में फास्ट चार्जिंग सपोर्ट नहीं मिलेगा। फास्ट चार्जिंग की वजह से आप एंड्रॉयड फोन को 30 मिनट में फुल चार्ज कर सकते हैं, जबकि iPhone को चार्ज करने में आपको कम से कम डेढ़ घंटे का समय लगेगा।
डिस्प्ले
इन दिनों मार्केट में आने वाले मिड-बजट स्मार्टफोन में भी आपको LTPO AMOLED डिस्प्ले मिलती है, जो 120Hz हाई रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करती है। वहीं, iPhone के Pro और Pro Max मॉडल में आपको हाई रिफ्रेश रेट वाली डिस्प्ले मिलेगी। इसके लिए आपको एंड्रॉयड के मुकाबले चार गुना ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे।
रैम
एंड्रॉयड स्मार्टफोन में आपको कम बजट में 24GB तक रैम का ऑप्शन मिलता है। इतना ही नहीं, फिजिकल के साथ-साथ वर्चुअल RAM एक्सपेंशन का भी ऑप्शन मिलता है। Apple कभी भी अपने iPhone की RAM की डिटेल्स का खुलासा नहीं करता है। हालांकि, रिपोर्ट्स की मानें तो पिछले साल लॉन्च हुए लेटेस्ट iPhone 16 सीरीज में आपको 12GB तक रैम मिलेगी, जिसे आप एक्सपैंड भी नहीं कर सकते।
कस्टमाइजेशन
ऐपल अपने आईफोन में एंड्रॉयड की तरह कस्टमाइजेशन ऑप्शन नहीं देता है। एंड्रॉयड यूजर्स को कई तरह के कस्टमाइजेशन ऑप्शन मिलते हैं। वे अपने फोन में थर्ड पार्टी ऐप्स भी डाउनलोड करके इस्तेमाल कर सकते हैं, जो आप आईफोन में नहीं कर सकते। हालांकि, ये थर्ड पार्टी ऐप्स यूजर्स की डेटा प्राइवेसी के लिए खतरा भी हो सकते हैं।
महंगा इकोसिस्टम
ऐपल ने आईफोन यूजर्स के लिए iOS का महंगा इकोसिस्टम बनाया है। यह गूगल के एंड्रॉयड इकोसिस्टम के मुकाबले काफी महंगा है। यहां आपको ऐसी सेवाओं के लिए पैसे खर्च करने होंगे, जिनका इस्तेमाल आप एंड्रॉयड में फ्री में करते हैं। इतना ही नहीं, गूगल प्ले स्टोर के मुकाबले एप्पल ऐप स्टोर पर ऐप्स की संख्या भी काफी कम है। अगर आप महंगा आईफोन खरीदने के बाद भी दूसरी सेवाओं के लिए हर महीने पैसे खर्च करने को तैयार हैं, तभी आपको आईफोन खरीदना चाहिए।
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