प्रौद्योगिकी

आप जो ऐप डाउनलोड कर रहे हैं वो असली है या नकली? ऐसे करे पता

Tara Tandi
1 Jun 2023 12:18 PM GMT
आप जो ऐप डाउनलोड कर रहे हैं वो असली है या नकली? ऐसे करे पता
x
आजकल हर काम के लिए खास ऐप आसानी से मिल जाते हैं। यूजर्स को इनसे काफी सहूलियत मिलती है और इन्हें चलाना भी आसान होता है। हालाँकि, ऐप पर बढ़ती निर्भरता ने साइबर अपराधियों के लिए धोखाधड़ी का एक नया रास्ता खोल दिया है। ये अपराधी लोकप्रिय एप के फर्जी एप बनाकर लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। फेक ऐप्स काफी खतरनाक होते हैं और आपके पर्सनल डेटा को चुरा सकते हैं। इससे न केवल डेटा का नुकसान होता है, बल्कि बैंक से पैसा उड़ने का भी खतरा होता है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप हमेशा मूल ऐप का उपयोग करें। अब सवाल उठता है कि असली और नकली ऐप की पहचान कैसे होगी? आपको ज्यादा टेंशन लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसका पता लगाना बहुत ही आसान है। आपको बस थोड़ी समझदारी दिखानी होगी। आइए देखें कि असली और नकली के बीच अंतर कैसे करें।
यूट्यूब, नेटफ्लिक्स, इंस्टाग्राम के फेक ऐप्स
बाजार में बड़े पैमाने पर यूट्यूब, नेटफ्लिक्स, चैटजीपीटी, इंस्टाग्राम जैसे नामी ब्रैंड्स के फेक ऐप्स फैल रहे हैं। साइबर अपराधी तरह-तरह से इन्हें लोगों के बीच ले जा रहे हैं। वे असली चीज़ की तरह ही दिखते और महसूस करते हैं। अगर आप असली और नकली ऐप की पहचान करना चाहते हैं तो इन टिप्स को फॉलो करें।
ऐसे पहचानें फर्जी ऐप्स
इन तरीकों से आप ओरिजिनल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं।
गूगल प्ले स्टोर: अगर आप एंड्रॉयड यूजर हैं तो गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध ऐप्स को ही डाउनलोड करें। यहां सुरक्षित ऐप्स का अच्छा संग्रह उपलब्ध है। नामी कंपनियां ऑफिशियल एप को गूगल प्ले स्टोर पर जरूर अपलोड करती हैं।
ऐपल ऐप स्टोर: आईफोन या आईपैड यूज़र्स के लिए ऐपल ऐप स्टोर सबसे अच्छा विकल्प है। यहां मौजूद ऐप्स सिक्योर रहते हैं और इनसे कोई खतरा नहीं है। Google Play Store की तरह, Apple App Store पर भी ओरिजिनल ऐप्स का एक संग्रह उपलब्ध है।
ऑफिशियल वेबसाइट: अगर आप ऑनलाइन कोई ऐप ढूंढ रहे हैं तो उसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं। यहां आपको ओरिजिनल ऐप डाउनलोड करने का विकल्प मिलेगा। आमतौर पर दो लिंक- Google Play Store और Apple App Store लिंक मिलते हैं। अगर ये ओरिजिनल ऐप हैं तो इन पर क्लिक करने से आप गूगल या ऐपल के ऐप स्टोर पर पहुंच जाएंगे।
HTTPS: वेब एड्रेस यानी आधिकारिक वेबसाइट का URL जरूर चेक करें। अगर URL की शुरुआत https से होती है तो इसका मतलब है कि साइट सुरक्षित है। वहीं अगर सिर्फ http दिख रहा है तो समझ लीजिए कि साइट में कुछ एरर हो सकता है। असली ऐप्स https साइट्स पर मिलते हैं, जबकि http वेबसाइट्स पर नकली ऐप्स का खतरा रहता है। इसलिए हमेशा https वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें।इनके अलावा अगर आप किसी और तरीके से एप को डाउनलोड करते हैं तो संभव है कि वह फर्जी एप हो। इस तरह आप असली और नकली ऐप का पता लगा सकते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
ऐप डाउनलोड करने के लिए किसी भी अनजान या संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें। इसके अलावा आप चाहें तो एक अच्छा एंटी-वायरस ऐप इंस्टॉल करके रख सकते हैं। ऐप को लेटेस्ट सॉफ्टवेयर से अपडेट करते रहें। किसी के बहकावे में आकर एप डाउनलोड न करें।
Next Story