प्रौद्योगिकी

खरीदने जा रहे हैं नया AC, तो इन बातों का रखें ध्यान, वरना हो जाएगा बड़ा नुकसान

Apurva Srivastav
5 May 2024 3:15 AM GMT
खरीदने जा रहे हैं नया AC, तो इन बातों का रखें ध्यान, वरना हो जाएगा बड़ा नुकसान
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नई दिल्ली। अगर आप नई एसी खरीदने की तैयारी में है तो यहां हम आपको एक पूरी बाइंग गाइड शेयर कर रहे हैं, जिसकी मदद से आप आसानी से अपने लिए एक अच्छी एसी खरीद सकते है। आपको बता दें कि ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर आपको बहुत सी एसी का ऑप्शन मिलता है। ऐसे में आप कंफ्यूज हो सकते हैं।
अपने लिए बेस्ट एसी खरीदना चाहते हैं तो आपको अपने बजट और जरूरत के हिसाब से एसी टाइप, ब्रांड, वेट और फीचर्स के बारे में ध्यान रख सकते हैं। यहां हम आपको सभी जरूरी पहलुओं के बारे में बताने जा रहे हैं।
AC के टाइप का रखें ध्यान
आपके पास स्प्लिट और विंडो, दोनों तरह के एसी ऑप्शन होते हैं। इन दोनों ही एसी के अपने कुछ फायदे और नुकसान होते हैं। आप अपनी जरूरत के हिसाब से दोनों में से किसी एक को चुन सकते है।
विंडो एसी कॉम्पैक्ट एयर कंडीशनर हैं, जो अक्सर सिंगल रूम के लिए बेहतर होते हैं और बुनियादी सुविधाओं के साथ आते हैं। ये एसी सस्ते भी होते हैं। विंडोज़ एसी अधिकतर खिड़की की चौखट या दीवार में खुले जगहों पर लगाए जाते हैं।
विंडो एसी का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इसमें शोर अधिक होता है। विंडो एसी स्प्लिट एसी की तुलना में बहुत अधिक किफायती हैं ।
स्प्लिट एसी दो अलग-अलग एलीमेंट के साथ आते हैं। इनडोर यूनिट में सभी जरूरी हिस्से शामिल हैं, जबकि बाहरी यूनिट में कंप्रेसर शामिल है।
आप आसानी से अपनी कंप्रेसर यूनिट को बालकनी में रख सकते हैं।
इसे एडजस्ट करना कठित है और इसकी कीमत भी बहुत अधिक हैं। विंडो एसी की तुलना में इंस्टॉलेशन थोड़ा अधिक जटिल है और स्प्लिट एसी तुलना में महंगे होते हैं।
अपनी जरूरत के हिसाब से चुनें एसी
एक बार जब आप एयर कंडीशनर के प्रकार का चयन कर लेते हैं, तो क्षमता चुनने का समय आ जाता है। कूलिंग कैपेसिटी के हिसाब से एसी अलग-अलग साइज में आते हैं।
आपके पास तीन विकल्प होते हैं, जिसमें 1 टन, 1.5 टन और 2 टन शामिल किए गए है।
100 से 125 वर्ग फुट के कमरे के लिए 1 टन की एसी, 150 से 200 वर्ग फुट के कमरे के लिए 1.5 टन की एसी और 200 वर्ग फुट से ऊपर के कमरे के लिए 2 टन की एसी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आप जितनी बड़ी एसी खरीदते हैं आपको उतना अधिक पैसा देना पड़ता है।
इन्वर्टर और नॉन-इन्वर्टर एसी
आपके पास इन्वर्टर एसी और नॉन-इन्वर्टर एसी का विकल्प होता है। इन्वर्टर तकनीक ज्यादातर स्प्लिट एसी से जुड़ी है, लेकिन लेटेस्ट विंडो एसी भी इस तकनीक के साथ आते हैं।
इन्वर्टर एसी गैर-इन्वर्टर एसी की तुलना में अधिक कुशल होते हैं क्योंकि वे कंप्रेसर की गति को कंट्रोल करने के लिए वेरिएबल फ्रीक्वेंसी ड्राइव तकनीक का उपयोग करते हैं।
इसका सीधा मतलब यह है कि 2 टन का इन्वर्टर एसी जरूरत पड़ने पर कंप्रेसर की स्पीड को ऑटोमेटिकली 1 टन या 1.5 टन तक डायल कर देता है।
यह सीधे एसी की कुल बिजली खपत को प्रभावित करता है और आपके बिजली बिल पर पैसे बचाता है।
एनर्जी स्टार रेटिंग और एआई फीचर्स
जैसा कि हम जानते हैं कि एसी के साथ आपको स्टार रेटिंग मिलती है, जिसमें 5 स्टार तक मिलता है। जितनी अधिक रेटिंग होती है, एसी उतनी ही कम ऊर्जा का उपयोग करते हैं। इससे आप अपने बिजली का बिल कम कर सकते हैं।
बीते कुछ सालों में एसी स्मार्ट में कनेक्टिविटी और एआई सुविधाओं मिलने लगे हैं।
स्मार्ट फीचर्स और एआई दो अलग चीजें हैं।
स्मार्ट फीचर्स आपको रिमोट का उपयोग किए बिना एसी पर कंट्रोल कर सकते हैं। जबकि एआई ऑटोमेटिकली आपके आराम के लिए कूलिंग और ह्यूमिडिटी के स्तर को एडजस्ट करता है।
स्मार्ट फीचर्स में एक स्मार्टफोन ऐप भी शामिल है, जो आपको एसी के तापमान और अन्य सुविधाओं को कंट्रोल करने देता है। आप एलेक्सा या गूगल होम के माध्यम से वॉयस कमांड का उपयोग करके भी कामकाज को कंट्रोल कर सकते हैं।
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