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जनता से रिश्ता वेबडेस्क | भारतीय खाद्य निगम (FCI) को 28 जून से खुली बाजार बिक्री योजना (OMSS) के अंतर्गत शुरू हो रही ई-नीलामी में तीन-पांच लाख टन गेहूं छोटे निजी खरीदारों को बेचने की उम्मीद है। FCI के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अशोक के मीणा ने गुरुवार को यह बात कही।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘हम 28 जून को हो रही पहली ई-नीलामी में तीन-पांच लाख टन गेहूं की बिक्री करेंगे। इसके लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।’ OMSS के अंतर्गत सरकार ने गेहूं की कीमतों पर नियंत्रण लाने के लिए मार्च, 2024 तक आटा मिल मालिकों के केंद्रीय पूल, निजी व्यापारियों, थोक खरीदारों और गेहूं उत्पादों के विनिर्माताओं को 15 लाख टन गेहूं बेचने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि देशभर में 31 जनवरी तक गेहूं की आरक्षित कीमत अच्छी और औसत गुणवत्ता के लिए 2,150 रुपए प्रति क्विंटल और अपेक्षाकृत कम अच्छे (URS) किस्म के गेहूं के लिए 2,125 रुपए प्रति क्विंटल तय की गई है। चावल के मामले में नीलामी पांच जुलाई को शुरू होगी और क्षमता जरूरत के हिसाब से तय की जाएगी।
चावल के लिए आरक्षित कीमत देशभर में 31 अक्टूबर, 2023 तक निजी लोगों के लिए 3,100 रुपए प्रति क्विंटल तय की गई है। खरीदार कम से कम 10 टन और अधिकतम 100 टन गेहूं एवं चावल के लिए बोली लगा सकते हैं। गेहूं और चावल ई-नीलामी के माध्यम से FCI के देशभर में स्थित लगभग 500 भंडार गृहों से भेजा जाएगा।
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