प्रौद्योगिकी

ED: ईडी की पुणे स्थित कंपनी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई

Rounak Dey
2 Jun 2023 5:54 PM GMT
ED: ईडी की पुणे स्थित कंपनी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
x
18 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी जब्त
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पुणे की एक कंपनी और उससे जुड़ी इकाई के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने उसके 18 करोड़ से ज्यादा के बैंक जमा और नकदी को जब्त किया है। ईडी ने हाल ही में विदेशी मुद्रा उल्लंघन, अवैध क्रिप्टो व्यापार, वॉलेट सेवाओं और हवाला से जड़े एक मामले में उन पर छापेमारी की थी।
एजेंसी ने कहा, विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत 25 मई को पुणे और पड़ोसी अहमदनगर जिले में वीआईपीएस ग्रुप ऑफ कंपनीज और ग्लोबल एफिलिएट बिजनेस के खिलाफ छापेमारी की गई थी। इन्हें विनोद खुटे और उनके रिश्तेदारों के द्वारा प्रबंधित और नियंत्रित किया जा रहा था।
ईडी ने ककहा, खुटे इस समय दुबई में रह रहा है और वीआईपीएस ग्रुप के जरिए विभिन्न अवैध व्यापार, क्रिप्टो एक्सचेंज, वॉलेट सेवाओं का मास्टरमाइंड है और आय को हवाला के जरिए विभिन्न देशों में भेजा जा रहा था। एजेंसी ने कहा कि ग्लोबल एफिलिएट बिजनेस ई-कॉमर्स पोर्टल और गूगल प्ले स्टोर के साथ-साथ ऐप्पल स्टोर पर उपलब्ध 'ग्लोबल एफिलिएट बिजनेस' नामक एक ऐप के जरिए उत्पादों की बिक्री करता है। एजेंसी ने कहा कि ग्लोबल एफिलिएट बिजनेस एक अवैध और अनधिकृत बहु-स्तरीय विपणन योजना चला रहा है, जिसमें यदि कोई व्यक्ति सदस्य के रूप में योजना का विकल्प चुनता है और एप या वेबसाइट पर अन्य उपभोक्ताओं/ग्राहकों को फॉरवर्ड करता है, तो ऐप पर उसके निवेश/व्यय पर एक कमीशन उसके खाते या वॉलेट में जमा किया जाता है।
इस तरह विभिन्न निवेशकों से 125 करोड़ रुपये की राशि एकत्र की गई। ग्लोबल एफिलिएट बिजनेस एक ब्रोकरेज फर्म काना कैपिटल्स के व्यवसाय की मार्केटिंग भी कर रहा है जिसके जरिए ग्राहक विदेशी मुद्रा, क्रिप्टो, स्टॉक आदि का व्यापार करते हैं। काना कैपिटल्स वीआईपीएस ग्रुप ऑफ कंपनीज के निदेशकों के परामर्श से क्रिप्टो, स्टॉक की खरीद और बिक्री के लिए वीआईपीएसडब्ल्यूएलएटी, वीआईपीफिनस्टॉक में निवेश के लिए ग्लोबल एफिलिएट बिजनेस के ग्राहकों के लिए विभिन्न साप्ताहिक प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित करता है और अन्य उपभोक्ताओं / ग्राहकों को अवैध और अनधिकृत बहु-स्तरीय विपणन (मार्केटिंग) योजनाओं में लुभाता है।
इसमें कहा गया है कि डी धनश्री मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड हाल ही में खुटे द्वारा निवेशकों को 'फर्जी' योजनाओं में 'लुभाने' के लिए शुरू किया गया एक अन्य उद्यम था, जहां उन्होंने प्रति माह 2-4 फीसदी ब्याज की पेशकश की थी। बयान में कहा गया है, 'विभिन्न ग्राहकों/निवेशकों से करोड़ों रुपये का निवेश नकद में भी एकत्र किया गया था। यह ग्लोबल एफिलिएट बिजनेस द्वारा एकत्र की गई। आय को हवाला चैनलों के साथ-साथ विभिन्न मुखौटा कंपनियों के जरिए देश से बाहर भेजा गया था।
सीबीआई ने IL&FS ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क लिमिटेड के खिलाफ दर्ज की एफआईआर
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने केनरा बैंक के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम को कथित तौर पर 6,524 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान पहुंचाने के लिए आईएलएंडएफएस ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क लिमिटेड और उसके तत्कालीन निदेशकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अपनी प्राथमिकी में मुंबई स्थित आईएलएंडएफएस ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क लिमिटेड (आईटीएनएल) और उसके निदेशकों करुणाकरन रामचंद, दीपक दास गुप्ता, मुकुंद गजानन सप्रे और तत्कालीन मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) दिलीप लालचंद भाटिया के खिलाफ कथित आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के साथ-साथ भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है।
Next Story