यों तो राजनीति में भांति-भांति के जादूगर हुआ करते हैं, जो अपने वाक चातुर्य से आम नागरिकों को निरंतर बहलाया करते हैं। लेकिन सभी का जादू चल सकना संभव नहीं होता।