राज्यसभा के बारह सदस्यों के निलंबन और उस पर उठे हंगामे ने फिर यह सवाल खड़ा किया है कि जो संसद देश चलाने के लिए नियम-कायदे बनाने की जगह है, वह लगातार बाधित क्यों चल रही है।