- Home
- /
- the wonderful glory of...
You Searched For "the wonderful glory of Guru Raj"
सुकृति संभु तन बिमल बिभूती, शिव जी के शरीर पर लिपटी भस्म ही है गुरु रज, तुलसीदास जी ने गुरु रज की बताई अद्भुत महिमा
पृथ्वी की वस्तुएं को देखते है उसी प्रकार मैं गुरु की पद की रज को अंजन की भांति लगाकर विवेक रूपी नेत्रों को स्वच्छ करके श्री रामचरित का वर्णन करता हूं.
16 Feb 2022 7:00 PM GMT