अब तक अगर किसी को भ्रम रहा होगा कि देश में अकादमिक स्वतंत्रता का माहौल कायम है, तो उसे भी अशोका यूनिवर्सिटी की ताजा घटनाओं से जरूर झटका लगा होगा।