जिन महिलाओं को इस योजना में सिलेंडर मिला है, उन्होंने चिंता व्यक्त की कि अब वे उन्हें नहीं खरीद पाएंगी और उन्हें लकड़ी के चूल्हे पर खाना बनाना पड़ेगा।