छुट्टियों का प्रावधान इसलिए किया गया कि लोग रोजमर्रा की भागदौड़ से फुरसत पाकर अपने ढंग से जीवन बिता सकें, अपने पर्व-त्योहारों पर उल्लास मना सकें।