उद्देश्य से तैयारी की योजनाएँ चल रही हैं।
ह्वेन त्सांग और कोलंबस की भी कल्पना कीजिए। दांडी मार्च की कल्पना कीजिए। कल्पना कीजिए कि विश्वदृष्टि हमें विरासत में मिली होगी।