हमारा संपूर्ण जीवन बहुत-सी कड़ियों में गुंथा होता है। जिस प्रकार कोई टीवी कार्यक्रम की कहानी हर कड़ी में आगे बढ़ती रहती है, जीवन की कहानी भी कुछ ऐसे ही जुड़ते हुए आगे बढ़ती जाती है।