हम बचपन से यह सुनते आए हैं कि सारे जहां से अच्छा हिंदोस्ता हमारा। हम अपने देश को विश्व गुरु बनाएंगे, ऐसे दावे भी किए जाते हैं। लेकिन आज हम अपने चारों ओर देखते हैं