प्रेम तो प्रेम होता है। कहते हैं, एक और एक मिल कर दो होते हैं। यह गणित है, लेकिन एक और एक मिल कर एक ही रहता है, वह प्रेम है। अक्सर प्रेम को एक कोण से ही देखा जाता है