एक बार ऐसा हुआ था कि महिलाओं ने घरेलू काम की अनिवार्यता को लेकर जिद पकड़ ली और केवल एक चर्चा शुरू की जो महिलाओं को हर दिन दो समय रोटी बेलने को लेकर की गई थी।