रूस-यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर भारत ने एक बार फिर दृढ़ता के साथ अपने तटस्थ रुख को उचित करार देकर पश्चिमी देशों के दबाव में नहीं आने का संदेश दे दिया है।