देश के कानूनी तंत्र के बुनियादी ढांचे में सुधार और इसके रखरखराव अस्थाई और अनियोजित तरीके से किए जाने पर भारत के मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमणा ने नाराजगरी व्यक्त की है।