मैं मस्जिद खो चुका हूं, दूसरी देने को तैयार नहीं… बाबरी मक्कारी से छीनी थी… अब नहीं होने देंगे…’ इन दिनों ओवैसी ऐसे बोलते हैं जैसे ज्ञानवापी उनकी निजी संपत्ति हो!