उन्होंने कहा कि अब से सभी हुंडियां प्रतिदिन नए परकामनी भवन में पहुंचेंगी। जल्द ही मंदिर में परकामनी मंडपम को डिजाइन किया जाएगा, ताकि श्रद्धालु बैठ सकें।