पिछले कुछ सालों के दौरान तेज रफ्तार जिंदगी में आधुनिक तकनीकी के बढ़ते दखल ने रहन-सहन से लेकर सोचने-समझने तक के स्वरूप में काफी बदलाव ला दिया है।