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एक विवाहित कवि का दुख: कुंवारेपन में आंख पर कविता लिखने वाला कवि शादी बाद सरसों तेल और पेट्रोल पर कविता लिखने लगता है
शाम का मनभावन समय है। बाहर का मौसम रोमांटिक हो चला है। बादलों के गरजने की ध्वनि के साथ बारिश की बूंदें खिड़की से होते हुए कवि चिंगारी जी के बेडरूम तक आ रही हैं।
18 July 2021 9:19 AM GMT