स्वतन्त्रता के बाद से ही इस बात में कभी कोई सन्देह नहीं रहा कि रूस (पूर्व सोवियत संघ) भारत का हर सामान्य से लेकर संकटकालीन समय तक पक्का और सच्चा मित्र रहा है।