शारीरिक रोग को समय रहते इलाज से ठीक किया भी जा सकता है, मगर जब हम मानसिक रूप से अस्वस्थ हो जाते हैं तो हमारा ठीक होना नामुमकिन नहीं भी तो बहुत मुश्किल हो जाता है।