हमारे आसपास जब लोग अलग-अलग वजहों से या किसी परंपरा का पालन करते हुए दान-पुण्य कर रहे होते हैं, उसी के बरक्स कहीं कोई बुजुर्ग भूख से बेहाल होकर कराह रहे होते हैं।