राजनीति के अपराधीकरण के मसले पर लगभग सभी दलों के बीच ऊपरी तौर पर यह आम सहमति दिखती है कि दागी छवि वाले लोगों को चुनावों में उम्मीदवार नहीं बनाया जाए।