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युवा बैडमिंटन खिलाड़ी ने केंद्र सरकार से लगाई गुहार, नए वेरिएंट के बीच साउथ अफ्रिका में फंसा

Nilmani Pal
2 Dec 2021 2:56 PM GMT
युवा बैडमिंटन खिलाड़ी ने केंद्र सरकार से लगाई गुहार, नए वेरिएंट के बीच साउथ अफ्रिका में फंसा
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साइना नेहवाल से लेकर पीवी सिंधु तक से बैडमिंटन के जौहर सीखने वाले इंदौर के 21 वर्षीय युवा बैडमिंटन प्लेयर पर अब कोरोना के नए वेरियंट ओमिक्रोन की आफत आन पड़ी है. दरअसल, ओमिक्रोन के बढ़ते प्रभाव के चलते इंदौर का बैडमिंटन प्लयेर विदेश में फंस चुका है. हालांकि, प्लेयर अपने घर वालों के संपर्क में है लेकिन अब परिवार वाले दक्षिण अफ्रीका से जल्द इंदौर वापसी चाहते हैं. लेकिन हवाई उड़ानें बंद होने के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा है. मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में रहने वाले खुशवानी परिवार की खुशी दुख में इसलिए तब्दील हो चुकी है क्योंकि उनका लाडला इन दिनों दक्षिण अफ्रीका से इंदौर लौटने के लिए संघर्ष कर रहा हैं. बता दें कि बैडमिंटन खिलाड़ी फिलहाल, बोत्सवाना में फंसा है और उसके परिवार केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर खेल मंत्री तक से मदद की गुहार लगा रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पाबंदी के चलते बोत्सवाना में फंसे इंदौर के बैडमिंटन प्लेयर प्रियांश खुशवानी के परिजन लाडले की जल्द भारत वापसी चाहते हैं. उन्होंने अब भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है.

बताया जा रहा है कि अफ्रीका के बोत्सवाना में भी कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन की जानकारी सामने आने के बाद उड़ानें बन्द हो गई हैं और इंदौर के कारोबारी दिलीप खुशवानी का बेटा प्रियांश उड़ान बंद होने से फंसा हुआ है. पिता दिलीप की मानें तो 25 से 28 नवंबर के बीच आयोजित अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन प्रतियोगिता में भारत की नुमाइंदगी के लिए बेटा प्रियांश बोत्सवाना गया था. हालांकि सेमीफाइनल में हार हो गई थी लेकिन प्रतियोगिता समाप्त होने के बावजूद भारत नहीं आ पा रहा है. पिता के मुताबिक 28 नवंबर को बोत्सवाना की राजधानी गैबोरोन से बेटे को कतर एयरवेज की उड़ान से दोहा आना था लेकिन उड़ानों पर प्रतिबंधों के चलते नहीं आ सका.

पिता ने और प्रियांश ने तीन दिन में गैबोरोन-दोहा की दो उड़ानों में टिकट बुक किए लेकिन प्रतिबंधों के चलते उड़ानें भी रद्द हो गईं. पिता का कहना है कि उनके बेटे को दोहा से मुंबई होते हुए इंदौर आना था लेकिन ऐसा नहीं हो सका. दिलीप खुशवानी के मुताबिक भारतीय दूतावास उनकी मदद कर रहा है लेकिन उनका बेटा जल्द इंदौर लौटे इसके लिए लगातार भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं. खुशवानी बताते हैं कि उनके बेटे का पहला विदेश दौरा है ऐसे में उसकी जल्दी वतन वापसी के लिए सरकार से गुजारिश कर रहे हैं.


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